पानीपत: सोलर पैनल के जरिए बिजली बनाकर पानीपत में सरकारी विभाग भारी बचत कर रहे हैं. सोलर पैनल के इस्तेमाल से जहां बिजली के भारी बिलों में कमी आई है तो वहीं सौर ऊर्जा संयंत्र देश के कार्बन इमीशन के अंक कम करने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं.
पानीपत के लघु सचिवालय के सभी सरकारी दफ्तरों पर 50 किलोवाट के सौर ऊर्जा उत्पादन यूनिट लगाए गए हैं. जिन्होंने भारी बिजली बिलों के साथ-साथ जनरेटर व पावर कट से भी छुटकारा दिलाया है.
पानीपत एडीसी ऑफिस के प्रोजेक्ट ऑफिसर सुमेर सिंह ने बताया कि लघु सचिवालय की छत पर 6 अक्टूबर 2017 को सोलर पैनल को स्थापित किया गया था. उससे पहले लघु सचिवालय का बिल 15 से 20 लाख के बीच आता था. जिसमें अब 30 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है.
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लघु सचिवालय में सभी विभागों का बिल स्क्वायर फीट के इस्तेमाल करने के हिसाब से डिवाइड किया जाता है. पहले बिजली बिल ना भरने से विभाग सरकारी दफ्तरों के कनेक्शन तक काट दिया करता था, लेकिन सोलर पैनल लगने से इस समस्या से भी निजात मिली है.
वहीं सरकारी दफ्तरों में काम के लिए आने वाले आम लोगों को भी इससे फायदा हो रहा है. क्योंकि पहले बिजली कट के कारण घंटों काम पेंडिंग रहता था. बहरहाल पानीपत में सरकारी दफ्तरों पर सोलर पैनल लगने से जहां सरकारी खजाने में लगने वाली करोड़ों रुपये की चपत कम हो गई है तो वहीं आम लोगों के काम भी जल्दी होने लगे हैं.
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