पानीपत: पानीपत से रोहतक तक बनाये जा रहे फोर लेन हाईवे (Panipat Rohtak four lane highway) का काम पिछले कुछ दिनों से ठप पड़ा है. दो महीने पहले शुरू हुए इस सड़क के निर्माण कार्य के बाद हाईवे के दोनों तरफ खुदाई शुरू कर दी गई थी. लेकिन अभी तक पीडब्ल्यूडी को बिजली के खंभे और पेड़ काटने की मंजूरी नहीं मिली है.हालांकि पीडब्ल्यूडी वन विभाग को सड़क में आने वाले पेड़ों की राशि अदा कर चुका है.
वहीं अब ये फोर लेन हाईवे स्थानीय लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुका है. सड़क के दोनों तरफ खुदाई होने के बाद लोगों से यहां से आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मॉनसून आने के बाद इन गढ्ढों में पानी भर जाता है जिससे हादसा होने का डर बना रहता है. सड़क किनारे पानी भर जाने से दुकानदार भी काफी परेशान है. दुकानदारों का कहना है कि इस हाईवे का काम बीच में रुक जाने से हमारा व्यवसाय ठप हो गया है. यहां हर जगह गढ्ढे है जिसकी वजह से कोई ग्राहक चाहकर भी नहीं आ सकता.
ये भी पढ़ें: हरियाणा: मुंह से बिजली की तार काट रहा था ठेकेदार, करंट लगा और हो गई मौत
दुकानदारों का कहना है कि दो विभागों के बीच तालमेल न होने की वजह से दिकक्तें हमें झेलनी पड़ रही है. आपको बता दें कि पानीपत रोहतक फोर लेन हाईवे को गोहाना रोड से लेकर बाहर बाईपास तक बनाया जाना था. इसे बनाने में करीब 100 करोड़ से भी ज्यादा राशी खर्च होगी. वहीं इस दायरे में लगभग ढ़ाई करोड़ रुपए की कीमत के पेड़ हैं और उन पेड़ों को कांटा जाना था. जिसकी राशी पीडब्ल्यूडी ने वन विभाग को जमा भी करा दी है. लेकिन बिजली विभाग की तरफ से वन विभाग की परमिशन ना मिलने के कारण सड़क का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है.