पानीपत: पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने पानीपत में कांवड़ यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आवश्यक जानकारी एकत्रित करने के लिए सभी थाना प्रभारी व चौकी इंचार्जों को आवश्यक दिशा निर्देश (Panipat Police instructions on Kanwar Yatra) दिए हैं. इसके साथ ही कांवड़ लेने जाने वाले सभी श्रद्वालुओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि जाने से पहले संबधित थाने में अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि की जानकारी जरूर जमा करायें ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी प्रकार की समस्या होने पर संबंधित प्रदेश की पुलिस से तुरंत मदद पहुंच सके.
इसके अतिरिक्त रजिस्ट्रेशन के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा भी ऑनलाईन पोर्टल खोला गया है. पानीपत एसपी ने सभी श्रद्धालुओं से इस पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की. पुलिस की कोशिश है कि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े. कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से 26 जुलाई तक चलेगी. श्रद्धालु हरिद्वार (उत्तराखंड) से कांवड़ लेकर अपने गंतव्य की तरफ प्रस्थान करेंगे.
पानीपत यूपी बार्डर से लगा हुआ जिला है. हरियाणा के विभिन्न जिलों के अतिरिक्त राजस्थान के हजारों कांवड़िये पानीपत के रास्ते निकलते हैं. कांवड़ यात्रा के सफल आयोजन और कांवड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला पुलिस की ओर से समय रहते सुरक्षा के सभी बंदोबस्त किये जा रहे हैं. जिले में सनौली रोड, चोटाल रोड, गोहाना रोड, असंध रोड के अतिरिक्त जिन मार्गों से कांवड़िये गुजरते हैं उन सभी मार्गों पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने के साथ ही मुख्य चौक चौराहों पर बैरिकेडिंग करवाई जा रही है. कांवड़ यात्रा जब चरम पर होगी तब सनोली रोड से वाहनों को डायवर्ट भी किया जाएगा.
पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार ने कहा कि जिले में कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पुलिस विभाग अलर्ट है. प्रमुख मार्गों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. कांवड़ यात्रा के दौरान भांग व नशा करने और उपद्रव करने वालों पर पुलिस को विशेष ध्यान रखने व यातायात बहाल रखने के निर्देश दिए गये हैं. संवेदनशील क्षेत्र में पुलिस का भ्रमण लगातार होता रहेगा. कोई भी दुर्घटना न हो, इसके लिए नदी, नहर, सड़कों पर साइन बोर्ड लगाए जाएंगे.
कांवड़ यात्रा में लाठी डंडे, नुकीले भाले इत्यादी लेकर चलने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी. अपना पहचान पत्र साथ लेकर जाएं. ध्वनि प्रदूषण के संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी किये निर्देशों की पालना करें. जिले में कावड़ियों की सेवा और विश्राम करने के लिए यात्रा के दौरान विभिन्न संस्थाएं शिविर लगाए जाती हैं. पुलिस ने कहा है कि ऐसे शिविर प्रशासन से अनुमति लेकर लगायें और निर्धारित नियमों की पालना करें. साथ ही पंडाल पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे भी लगवाएं.