पानीपत: हिंदू धर्म में शादी को सात जन्मों का रिश्ता माना जाता है. पति-पत्नी सात जन्म तक साथ रहने के फेरे लेते हैं. लेकिन बदलते समय में अब ये रिश्ते धंधे में बदल गए हैं. पैसे की लालच ने शादी को भी मुनाफे का जरिया बना दिया है. ऐसे ही एक मामले का खुलासा हरियाणा में हुआ है. यहां एक ऐसी लुटेरी दुल्हन को (luteri dulhan in Haryana) पुलिस ने गिरफ्तार किया है जो अलग-अलग लोगों से शादी करके पैसे ऐंठती थी और शादी के एक हफ्ते में ही फरार हो जाती थी.
दरअसल शादी के इस पूरे फ्रॉड का खुलासा 13 मार्च को हुआ था, जब महिला का तीसरा पति, चौथे पति के पास शादी के सभी कागजात लेकर पानीपत जिले के नौल्था गांव पहुंच गया. लेकिन कमाल देखिए कि जब तक तीसरा पति चौथे के पास पहुंचा तब तक महिला पांचवी शादी कर चुकी थी. पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद अब तक महिला के सात पीड़ित पति सामने आ चुके हैं.
इस तरह बनाती थी लोगों को शिकार- महिला का पूरा गिरोह इस काम में जुटा था. ये ऐसे लड़कों को निशाना बनाते थे जो आसानी से इनके झांसे में आ जाएं. इस फ्रॉड में इनकी मदद करती थी अविवाहित लड़कों की मजबूरी. हरियाणा में अधिक उम्र के कुंवारे या तलाकशुदा युवाओं की संख्या बहुत ज्यादा है. ये गैंग उन्हीं लोगों को अपना शिकार बनाता था. पहले दलाल शादी के नाम पर लड़के वालों से लाखों रूपये ऐंठ लेते. और जब शादी हो जाती तो 10 दिन के अंदर दुल्हन गहने और कीमती सामान लेकर फरार हो जाती.
फर्जी शादी के इस धंधे में करीब सात लोग शामिल बताये जा रहे हैं. बिचौलिए लड़के वालों से ये कहते कि लड़की के मां-बाप नहीं हैं. शादी के बाद जब तक ससुराल वाले कुछ समझ पाते तब तक लड़की लड़ाई झगड़े शुरू कर देती. किसी पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाती तो किसी पर नामर्द होने का. इसके बाद वो मौका देखते ही फरार हो जाती.
अब तक 7 पीड़ित दूल्हे सामने आए- इस गिरोह का प्लान बेहद शातिराना होता था. लड़की अलग-अलग इलाकों में लड़के को निशाना बनाती थी. ताकि पुरानी शादी की जानकारी नए लड़के के घरवालों को ना हो सके. लुटेरी दुल्हन का शिकार हो चुके पानीपत के नौल्था निवासी पीड़ित राजेंद्र कुमार ने बताया कि करनाल की रहने वाली अंजू (बदला हुआ नाम) की पहली शादी उत्तर प्रदेश के शामली जिले के खेड़ी करम गांव के रहने वाले सतीश के साथ हुई थी. महिला को इस शादी से एक बच्चा भी है. दूसरी शादी एक जनवरी को राजस्थान में हुई थी.
आरोपी महिला ने आधार कार्ड में अपने पिता का नाम बदलवाकर ये शादी की थी. वहीं तीसरी शादी अंबाला जिले के बुटाना गांव के सुनील से 15 फरवरी को हुई थी. लड़की गिरफ्तारी के बाद से ही एक के बाद एक सात पीड़ित दूल्हे अब तक सामने आ चुके हैं.
चौथी शादी 21 फरवरी को पानीपत के नौल्था गांव के राजेंद्र से हुई. इसके बाद उसने उत्तर प्रदेश के गांव कुताना के गौरव से 5वीं शादी की. वहीं छठी शादी करनाल जिले के संदीप से हुई. 26 मार्च को अब पानीपत जिले की बधावा राम कॉलोनी के रहने वाले सुमित सातवें दूल्हे के रूप में सामने आए हैं और महिला पर पैसे लूटने का आरोप लागाया.
पुलिस के मुताबिक पहली शादी को छोड़कर सभी शादियों में आरोपी एजेंट अमित पुत्र बिजेन्द्र सिंह, शादी एजेंट बाला व उनके साथियों ने मिलकर पूरी साजिश रची है. बाला नाम की दो महिलाएं इस गैंग में शामिल हैं. पुलिस ने चाथी शादी के पीड़ित राजेंद्र की शिकायत पर अंजू (बदला हुआ नाम), बाला, गौरव, निवासी करनाल, पानीपत जलालपुर के रहने वाले नरेश, सुरेश नांदल व और करनाल के धर्मेंद्र के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि महिला ने कई शादियां की है. जब मीडिया ने मामले की जांच कर रहे अधिकारी से सवाल पूछा कि लूट का भी कोई मामला सामने आया है तो उन्होंने इस बात से साफ इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि लूट का कोई मामला नहीं है. बाकी मुल्जिम से पूछताछ की जा रही है.
पुलिस का क्या कहना है-
पानीपत के इसराना थाने में तैनात पुलिस अधिकारी सुरेंद्र ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि महिला ने कई शादियां की है. आरोपी महिला से पूछताछ की जा रही है.
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