पानीपत: जिले की गोपाल कॉलोनी में रहने वाले एक दिव्यांग युवक की पड़ोसियों ने मारपीट के बाद गला घोंट कर हत्या (murder in Panipat Gopal Colony) कर दी. वारदात से समय परिजनों के ना होने के चलते उसका शव 24 घंटे तक घर में पड़ा रहा. मृतक का मूकबधिर बड़ा भाई जब बदा में वहां पहुंचा तो उसने छोटे भाई को अचेत पड़ा देखा. इसकी सूचना उसने दूसरी कॉलोनी में रह रहे अन्य परिजनों को जाकर दी. सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे.
परिजन तुरंत उसे उठाकर सिविल अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को पानीपत के सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया. मामले की शिकायत पुलिस को दी गई. पुलिस ने शिकायत के आधार पर पड़ोसी परिवार के 5 सदस्यों के खिलाफ आईपीसी की धारा 148, 149, 302 के तहत केस दर्ज करके मामले की आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है. पुराना औद्योगिक थाना पुलिस को दी शिकायत में महावीर ने बताया कि वह मूल रूप से गांव नारा पानीपत का रहने वाला है. इन दिनों वह गोपाल कॉलोनी में रहता है. वे तीन भाई हैं, जिनमें सबसे बड़ा वही है. सबसे छोटा भाई दिव्यांग रविंद्र (32) मंझले भाई मूकबधिर प्रदीप के साथ गोपाल कॉलोनी में रहता था.
आरोप है कि 14 जून को रविंद्र की पड़ोसी बलकार, उसकी पत्नी, बेटे राजू, बिंदर, गोपी और उसके बेटों की पत्नियों ने मिलकर पिटाई की थी. इस दौरान आरोपियों ने उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी. वारदात का पता तब चला जब उसका बड़ा भाई प्रदीप रविंद्र से मिलने के लिए आया. मामले की तहकीकात करते हुए जब महावीर ने पड़ोस के अन्य लोगों से पूछा तो पता लगा कि 14 जून की शाम को रविंद्र ने घर में तेज आवाज में स्पीकर में गाने बजाए हुए थे. इसकी आवाज कम करने को लेकर पड़ोसियों से उसकी कहासुनी हो गई थी.
इसी बात को लेकर आरोपियों ने रविंद्र और मूकबधिर भाई प्रदीप के साथ मारपीट की थी. मारपीट से डर कर बड़ा भाई जो कि मूकबधिर है, प्रदीप वहां से भाग गया था. जो बुधवार यानि 15 जून की शाम करीब 7 बजे घर पहुंचा. उसने रविंद्र को अचेत पड़ा हुआ देखा. घर का मेन दरवाजा भी टूटा हुआ था. लोहे की चारपाई भी टूटी मिली. जब वो अंदर आया तो कमरे में खून पड़ा हुआ था. फिलहाल पुलिस ने परिजनों के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है.