पानीपत: कृषि कानून को लेकर राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ किसान संगठनों का रोष प्रदर्शन जारी है. साथ ही कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों की बैठक का दौर जारी है. इसी कड़ी में मंगलवार को पानीपत में भारतीय किसान यूनियन की प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में बरवाला में होने वाली महापंचायत को लेकर चर्चा की गई. बैठक में प्रदेशभर के पदाधिकारी और प्रदेश अध्यक्ष ने किसानों को संबोधित किया.
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए कृषि कानून के खिलाफ पूरे देश में किसान विरोध कर रहे हैं. इस विरोध के चलते उन्होंने पहले चरण में अगस्त माह में सभी सांसदों और विपक्षी दलों के नेताओं के पास जाकर किसान पंचायतें की और सभी को ज्ञापन दिए.
साथ ही एक लाख एक हजार पोस्टकार्ड लिखकर प्रधानमंत्री के नाम जारी किए और सड़कों पर उतरे. अब दूसरे चरण में हिसार के कस्बा बरवाला में कपास रैली का आयोजन किया जाएगा.
पानीपत के किसान भवन में की गई. मासिक किसान पंचायत में बैठक कर निर्णय लिया गया है कि प्रधानमंत्री खरीद गारंटी और सही समय पर भुगतान, एक अध्यादेश एक कानून बनाए. जिससे किसान की फसल और उसका भुगतान सुनिश्चित किया जाए.
यदि सरकार उनकी है मांगे नहीं मानती है तो 5 अक्टूबर को हिसार के बरवाला में किसान अधिकार महापंचायत की जाएगी और उसमें आर्थिक और राजनीतिक तौर पर इस सरकार के खिलाफ कड़े फैसले लिए जाएंगे.
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