पानीपत: जिले में यमुना किनारे अक्सर छोटे बच्चों के डूबने की खबर सामने आती रहती है. लेकिन प्रशासन के पास न तो कोई तैराक है और न ही कोई सामान जैसे- नाव चलाने वाले चप्पू, लाइफ जैकेट, ऑक्सीजन सिलेंडर. यहां जो समान है भी वो भी खराब पड़े हुए हैं.
कुंभकरणीय नींद में सो रहा प्रशासन
यही वजह है कि आए दिन यमुना में डूबने वालों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है और प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है. आखिर जो समान सड़ रहे हैं उसकी जिम्मेदारी किसकी है.
'जल्द ही मंगवाए जाएंगे नए समान'
जब इस मामले पर पानीपत उपायुक्त सुमेधा कटारिया से बातचीत की गई, तो उनका कहना है कि इस मामले पर पहले भी पुलिस से बातचीत की गई है और समान रखा है उसे सही करवाया जाएगा. कुछ नए समान भी मंगवाए जाएंगे.