पंचकूला: कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को अब धीरे-धीरे खोला जा रहा है. इनमें स्कूल- कॉलेजों का खुलना भी शामिल है, लेकिन इन्हें कब से खोलना है, इसका निर्णय राज्यों पर छोड़ा गया है. राज्य को एमएचआरडी को सुझाव देना है कि क्या स्कूलों को खोलना हित में रहेगा या नहीं?
डीईओ उर्मिला ने बताया कि एमएचआरडी को सुझाव भेजने के लिए जिला स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसमें स्कूलों को खोला जाए या नहीं पर चर्चा की जाएगी और 7 जून तक शिक्षा निदेशालय को कमेटी का फैसला भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी या फिर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी में से जो भी सीनियर हैं वो कमेटी के अध्यक्ष होंगे.
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इसके साथ ही उर्मिला ने बताया कि कमेटी के सदस्य ये तय करेंगे कि किस तरह से आने वाले दिनों में स्कूल खोले जाएं और किन नियमों के आधार पर स्कूलों में पढ़ाई करवाई जाए? उन्होंने बताया कि कमेटी में डीईओ सदस्य रहेंगे, 5 सरकारी विद्यालयों से और 5 प्राइवेट विद्यालयों के प्रिंसिपल भी सदस्य होंगे. इसके अलावा प्राइमरी और मिडिल स्कूल में से 5-5 सदस्य रहेंगे. अध्यापक संगठन के भी प्रतिनिधि कमेटी के सदस्य होंगे और मीडिया से भी पांच लोगों को सदस्य बनाया जाएगा.
अनलॉक-1 शुरू होने के साथ ही विद्यालयों की गर्मी की छुट्टियां भी जून के आखिर तक खत्म हो रही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि राज्यों के सुझाव आने के बाद जुलाई से स्कूल और विश्वविद्यालय खोल दिए जाएंगे.