पंचकूला: कोरोना महामारी के दौर में छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. शिक्षा विभाग ने फाइनल ईयर के छात्रों और रिअपीयर वाले छात्रों को भी बिना परीक्षा के प्रमोट करने का आदेश जारी किया है. बता दें कि, बीते कई दिनों से छात्र बिना परीक्षा के प्रमोट करने की मांग कर रहे थे.
गौरलतब है कि एनएसयूआई हरियाणा के अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने हाई कोर्ट की शरण ली थी और हरियाणवी फाइनल सत्र के छात्रों को बिना परीक्षाओं के ही प्रमोट करवाने की मांग को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था. मामले को लेकर हाई कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 25 जून तारीख निर्धारित की थी और हाई कोर्ट ने कहा था कि अगली सुनवाई तक सरकार याचिकाकर्ता की मांगों के सन्दर्भ में दिशा निर्देश दे.
दिव्यांशु बिद्धिराज इससे पहले भी हाई कोर्ट के माध्यम से ही नॉन फाइनल व नॉन हरियाणवी फाइनल सत्र के छात्रों को बिना परीक्षाओं के प्रमोट करवाने के आदेश जारी करवा चुके हैं. वहीं शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि फाइनल ईयर और रिअपीयर वाले छात्रों की परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी. इन छात्रों को 50 प्रतिशत इंटरनल/असाइनमेंट के आधार पर और 50 प्रतिशत पिछली परीक्षा के आधार पर नंबर देकर प्रमोट किया जाएगा.
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शिक्षा विभाग की ओर से ये भी कहा गया है कि छात्रों के पास बाद में अच्छे अंक पाने के लिए परीक्षा में शामिल होने का भी विकल्प होगा. हालांकि परीक्षा कोरोना महामारी के कारण पैदा हुई स्थिति में सुधार होने पर ही आयोजित की जाएगी. यही आदेश डिस्टेंस और प्राइवेट छात्रों पर भी लागू होगा. इससे पहले फर्स्ट और सेकेंड ईयर के छात्रों को भी बिना परीक्षा प्रमोट करने का ऐलान किया जा चुका है.