पंचकूला: कोविड-19 के चलते पूरे भारत को लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के बीच पूरे भारत में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं. डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ बढ़ते मारपीट के मामलों को लेकर आईएमए पंचकूला के जिला प्रधान राजीव आर्या से ईटीवी भारत ने बात की और आईएमए का स्टैंड जाना.
'डॉक्टर के साथ वायलेंस गलत'
इस दौरान ईटीवी से बातचीत में डॉ. राजीव आर्य ने कहा कि डॉक्टर के साथ वायलेंस बहुत ही ज्यादा गलत है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स के साथ मारपीट जिला पंचकूला में ही नहीं बल्कि हरियाणा प्रदेश और देश में कई जगह पर हो रही है. उन्होंने कहा कि जो हादसा चेन्नई में हुआ है वो बहुत ही निंदनीय है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बीच यदि कोई सबसे आगे है या फिर यदि किसी को सबसे ज्यादा जान का खतरा है तो वो डॉक्टर हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि डॉक्टरों के चलते ही कोविड-19 बीमारी पकड़ में आ सकेगी. आईएमए के जिला प्रधान डॉ. राजीव आर्य ने कहा कि डॉ. अपनी जान की परवाह ना करते हुए आगे आ रहे हैं और यदि पब्लिक ही डॉक्टर के खिलाफ जाएगी तो कैसे चलेगा.
'डॉक्टर ऋषि नागपाल पर एफआईआर विड्रॉ हो'
वहीं पंचकूला के प्राइवेट अस्पताल को चलाने वाले डॉ. ऋषि नागपाल पर दर्ज हुई एफआईआर पर बोलते हुए डॉ. राजीव आर्य ने कहा कि डॉ. ऋषि नागपाल पर जो ये मामला दर्ज हुआ है वो किसी गलतफहमी के चलते हुआ है. क्योंकि डॉक्टर ऋषि नागपाल मरीज का इलाज कर रहे थे और साथ के साथ ही उन्होंने मरीज से कहा था कि वो सेक्टर 6 नागरिक अस्पताल में जाकर अपना सीटी स्कैन और चेकअप करवाएं.
उन्होंने कहा कि आईएमए की मांग है कि सबसे पहले डॉ. ऋषि नागपाल के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज हुई है उसके फैक्ट चेक किये जाएं और यदि फैक्ट सही पाए जाते हैं तो एफआईआर को विड्रॉ किया जाना चाहिए.
'वाइट अलर्ट किया जाएगा'
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पंचकूला जिला प्रधान राजीव आर्य ने बताया कि डॉक्टरों के साथ बढ़ते हादसों को देखते हुए ये फैसला लिया है कि वाइट अलर्ट किया जाएगा, जोकि आज रात 9 बजे होगा और इस वाइट लाइट में सभी डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ कैंडल जलाकर के निवेदन करेंगे कि डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के साथ हो रही हिंसा को बंद किया जाए.
इसी के साथ राजीव आर्य ने बताया कि 23 अप्रैल को ब्लैक अलर्ट किया जाएगा जिसमें डॉक्टर मेडिकल स्टाफ काला बिल्ला लगाकर के खुद के साथ हो रही हिंसा का विरोध करेंगे. डॉ. राजीव आर्य ने बताया कि वाइट अलर्ट और ब्लैक अलर्ट इसलिए भी किया जा रहा है ताकि डॉक्टरों को ड्यूटी के दौरान सिक्योरिटी प्रदान की जाए और यदि कोई डॉक्टर के साथ हिंसा करता है तो तुरंत उसी समय डॉक्टर के पास पुलिस पहुंच सके और यदि कोई इसके बावजूद भी हिंसा करता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए.
इसी के साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पंचकूल जिला प्रधान डॉक्टर राजीव आर्य ने कहा कि वे लोगों से अपील करते हैं कि लोग डॉक्टर्स की इज्जत करें. क्योंकि डॉक्टर लोगों के लिए जी जान से काम कर रहे हैं और लोग किसी की बातों में ना करके डॉक्टरों के अगेंस्ट गलत रिएक्शन ना लें.
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