पंचकूला: बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से महान लेखक और पत्रकार बाबू लाल मुकुंद गुप्त, जन जन में अपनी रागनियों के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं को स्पंदित करने वाले लोक सूर्य कवि पंडित लखमीचंद जी और संत कवि सूरदास जी भारतीय संत परंपरा एवं कृष्ण काव्य के महाकवि की प्रतिमाओं का लोकार्पण किया.
हरियाणा साहित्य अकादमी सेक्टर 14 में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा की पावन भूमि पर तीनों विभूतियों ने जन्म लिया जोकि हरियाणा के लोगों के लिए गर्व की बात है.
उन्होंने कहा कि सूरदास जी जन्म से ही देख नहीं पाते थे फिर भी उन्होंने एक लाख से ज्यादा पदों की रचना की. उन्होंने कहा कि कलम के तीखे तेवरों से ब्रिटिश साम्राज्यवाद को चुनौति देने वाले बाल मुकुंद गुप्त ने युवाओं में देशभक्ति की भावना पैदा की और जन जन में अपनी रागनियों व सांग के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं को स्पंदित करने वाले लोक कवि पंडित लखमीचंद जी ने हरियाणा की इस माटी की सोंधी गंध में जन्म लिया है.
उन्होंने कहा कि तीनों महान हस्तियों ने समाज को अपने रचनाओं, साहित्य और काव्य और लेखनी से प्ररेणा दी है, इन तीनों महान हस्तियों को सदियों तक याद रखा जाएगा और आने वाली पीढ़ी के लिए भी ये प्रेरणा के स्त्रोत रहेंगे.
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