कुरुक्षेत्र: प्रदेश में कोरोना एक बार फिर बेकाबू होता हुआ नजर आ रहा है. जिसके चलते हरियाणा सरकार ने नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया है. वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक कोरोना से बचने का पाठ जनता को पढ़ा रहे हैं, लेकिन मंगलवार को खुद मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में कोरोना गाइडलाइंस का जमकर उल्लंघन किया गया.
काफी अटकलों के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपना कार्यक्रम आनन फानन में कुरुक्षेत्र के कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में रखा और इस कार्यक्रम को आयोजित करने में शहर की पुलिस के भी पसीने छूट गए. एक बार तो इस कार्यक्रम के विरोध की किसान यूनियन की घोषणा ने स्थानीय प्रशासन की मुसीबत बढ़ा दी थी. हालांकि कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने किसी तरह की राजनीतिक बात मंच से नहीं कही और उन्होंने केवल कार्यक्रम से सम्बंधित बाते ही कही. साथ ही उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े संग्रहालय का भी अवलोकन किया जिसकी कीमत 5 करोड़ 38 लाख है.
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश वासियों को बैसाखी की बधाई देते हुए कहा कि बैसाखी का पर्व सामूहिक जीवन की खुशियां उल्लास और भाईचारे का संदेश देता है. इस बैसाखी के त्यौहार को अलग-अलग प्रांत में अलग-अलग नाम और अनोखे अंदाज में मनाया जाता है. ये परिवर्तन एक शुभ संदेश देता है. इसी दिन किसान अपनी फसल को बाजार और घर में लेकर आता है.
वहीं इस पूरे कार्यक्रम के दौरान कोरोना को लेकर सरकार के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन की लोगों ने जमकर धज्जियां उड़ाई. जिस तरह से तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि मंच पर मौजूद सभी नेता जिनके चेहरे से मास्क गायब है और जो नेता 'दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी' लोगों के लिए बोलते हैं उनकी खुद की दिनचर्या से ये चेतावनी बिल्कुल गायब नजर आई.
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