कुरुक्षेत्रः सुनिए नेता जी कार्यक्रम के तहत ईटीवी भारत की टीम कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पहुंची. यहां हमारी टीम ने छात्रों से कई अलग-अलग मुद्दों पर बात की. छात्रों से उनकी परेशानियों को जाना और समझा कि आखिर आज का युवा सरकारों से क्या अपेक्षा रखता है और क्या मौजूदा सरकार उनकी अपेक्षाओं पर खरी उतर पाई है.
फीस बढ़ोत्तरी सबसे बड़ी समस्या
यूनिवर्सिटी में छात्रों को सबसे ज्यादा परेशानी लगातार बढ़ती फीस से है उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी लगातार सेल्फ फाइनेंस कोर्स के नाम पर छात्रों से पैसे वसूल रही है. हर कोर्स की फीस लगातार बढ़ाई जा रही है. छात्रों ने आगे कहा कि ऐसे ही चलता रहा तो गरीबों के बच्चे इस यूनिवर्सिटी में कभी नहीं पढ़ पाएंगे.
फीस बढ़ोत्तरी का विरोध करने पर बाहर का रास्ता
छात्रों का कहना है कि कोई छात्र संगठन या छात्र अगर फीस बढ़ोत्तरी का विरोध करता है तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि पिछली बार जिन छात्र-छात्राओं ने फीस बढ़ोत्तरी का विरोध किया था उन्हें इस बार हॉस्टल नहीं दिया गया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले में तानाशाही रवैया अपना रहा है.
अप्रत्यक्ष छात्रसंघ चुनाव से भी छात्र नाराज
फीस बढ़ोत्तरी के अलावा सबसे ज्यादा परेशानी छात्रों को छात्रसंघ चुनावों को लेकर थी. छात्रों की शिकायत थी कि बीजेपी ने सरकार में आने से पहले प्रत्यक्ष रूप से छात्रसंघ चुनाव कराने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के बाद अपना मेनिफेस्टो का वादा सरकार भूल गई और अप्रत्यक्ष रूप से छात्रसंघ चुनाव कराए गए. छात्रों ने कहा कि सरकार ने इस तरीके से सब जगह अपने लोग सेट किए हैं.