कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी में इस्कॉन मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. जिसमें भव्य कृष्ण अर्जुन रथ को स्थापित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस रथ में लगने वाले घोड़े अब चीन से नहीं बल्कि इंडोनेशिया के मार्बल से तैयार करवाकर मंगवाए जाएंगे. पहले चीन में चार घोड़ों को तैयार करवाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब भारत चीन सीमा विवाद के बाद इस्कॉन मंदिर के प्रबंधकों ने चीन से घोड़े तैयार करवाने की योजना को रद्द कर दिया है.
कुरुक्षेत्र इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष के बताया कि काफी सोच विचार के बाद ये निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि मंदिर 2022 के अंत तक तैयार हो जाएगा. अभी इसका 60 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.
कुरुक्षेत्र में वेदिक कल्चर के भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि पहले इस मंदिर का निर्माण गीता उपदेश अत्री ज्योतिसर में होना था, लेकिन जमीनी विवाद के चलते बाद में सरकार ने पिहोवा रोड पर ज्योतिसर से कुछ दूरी जमीन मुहैया कराई. यहां 6 एकड़ में मंदिर निर्माण किया जा रहा है. इसमें 23,000 स्क्वायर फीट में मुख्य मंदिर का ढांचा करीब 165 फुट ऊंचा होगा.
इस्कॉन यूथ फोरम कुरुक्षेत्र के डायरेक्टर गोविंद कृष्ण दास ने बताया कि मंदिर के लिए चार घोड़ों को इंडोनेशिया से तैयार करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि एक घोड़े की लंबाई लगभग 41 फीट होगी और ऊंचाई करीब 34 फीट होगी. एक घोड़े की लागत करीब 80 से 90 लाख रुपये बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि मंदिर के निर्माण में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी. मंदिर में विश्व की सबसे बड़ी गीता को रखा जाएगा. जो दिल्ली स्थित इस्कॉन मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी.
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