कुरुक्षेत्र: ईटीवी भारत हरियाणा की खास सीरीज 'सुनिए नेता जी' ! कार्यक्रम के तहत हमारी टीम कुरुक्षेत्र जिले के थानेसर विधानसभा क्षेत्र पहुंची. थानेसर की पहचान देश में गीता की जन्म स्थली के रूप में होती है. देश और दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आते हैं, बीजेपी सरकार भी पिछले पांच सालों में गीता के नाम काफी चर्चा बटोरी है. देश-दुनिया में गीता महोत्सव और गीता जयंती कार्यक्रमों में करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन जहां गीता का जन्म हुआ, उस क्षेत्र के हालात का पता लगाने के लिए हमारी टीम ग्राउंड पर पहुंची और वहां के बाशिंदों जाना कि अपने विधायक के विकास कार्यों को लेकर उनकी क्या राय है.
थानेसर से विधायक सुभाष सुधा हैं. जोकि बीजेपी से जीतकर आए हैं. थानेसर में देश-विदेश से पर्यटक आते रहते हैं, लेकिन यहां सड़कों को देखकर आप भी माथा पकड़ लेंगे. कई किलोमीटर तक आपको सड़कों पर यूं ही गड्ढे दिखेंगे. लोगों का कहना है कि यहां सड़कें बने भी कई कई साल हो गए हैं. नेताजी का इन सड़कों पर आना जाना दिन में कई बार हो जाता है. ऐसे में सोचने वाली बात ये है कि क्या उनकी नजर सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढों पर नहीं पड़ती या सड़क के गड्ढों में उनकी गाड़ी क्या नहीं उछलती ?
बारिश में बेहाल हो जाती है जनता !
मूलभूत सुविधाओं की अगर बात करें तो यहां बिजली भी एक बड़ी समस्या है. 1 घंटे की बारिश ने यहां के पानी निकासी और सीवरेज व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. सूखी पड़ी सरस्वती नदी ने बाढ़ जैसा रूप धारण कर लिया है और कई कॉलोनियों के अंदर पानी जमा हो गया है. लोगों का कहना है कि यहां ना तो कोई नाला है ना कोई सीवरेज व्यवस्था.
भारतीय जनता पार्टी से जीत हासिल कर सांसद रह चुके राजकुमार सैनी ने कहा कि कुरुक्षेत्र के लिए सैकड़ों करोड़ का बजट उन्होंने खुद पास करवाया था, लेकिन यहां पैसा विकास कार्यों की जगह कहीं और जा रहा है. पूर्व सांसद राजकुमार सैनी का कहना है कि कुरुक्षेत्र को टॉप का शहर बनाने के लिए वो तो केंद्र से खूब पैसे लेकर आए, लेकिन शहर के हालात नहीं बदले. ऐसा लगता है, सब गोलमाल हो गया. मगर जनता को बातें नहीं काम देखना है और थानेसर की जनता शहर के हुक्मरानों से खुश तो कतई नहीं दिख रही है.