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कुरुक्षेत्र: बाढ़ प्रभावित इलाकों में ग्राउंड जीरो पर ईटीवी भारत, देखिए किस हाल में जी रहे हैं लोग

पहाड़ों में हो रही बारिश से कुरुक्षेत्र के शाहबाद में मारकंडा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. प्रशासन ने लगभग एक दर्जन के करीब गांव को खाली करवा दिया है. ईटीवी भारत की टीम ने बाढ़ग्रस्त गांवों को दौरा किया.

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Published : Aug 20, 2019, 10:22 PM IST

कुरुक्षेत्र: बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मारकंडा नदी के आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया है. वहीं लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने का कार्य प्रशासन द्वारा लगातार किया जा रहा है. बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम कुरुक्षेत्र के शाहबाद पहुंची.

कुरुक्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर ईटीवी भारत की टीम

तीन दिन से लगातार बढ़ रहे जलस्तर को लेकर सभी गांवों को खाली करने का आदेश भी दिया गया है. वहीं कुछ लोग अभी भी पानी के अंदर रहने को मजबूर हैं क्योंकि वो अपने घर में पड़ा सामान छोड़कर जाने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है. बाढ़ में फंसे लोगों ने बताया कि प्रशासन मात्र एक ट्यूब और एक रस्सी ही देकर गया और ना ही कोई दो दिन से उनकी सुध लेने के लिए पहुंचा.

लोगों ने बताया कि यहां खाने-पीने का जो राशन था, वो भी पानी में बिल्कुल खराब हो चुका है. अब वह खाने के भी मोहताज हो चुके हैं. प्रशासन यहां कुछ भी राहत सामग्री भी नहीं भेज रहा है.

काफी दिनों से यहां पुल को बनाने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही थी लेकिन यहां ना तो कोई पुल बना और ना ही यहां उनकी कोई सुध लेने आया. सिर्फ चुनावों में यहां उनसे वोट मांगने के लिए नेता जरूर आ जाते हैं. यहां बीमार लोगों को और कीमती सामान को लेकर लोग जान जोखिम में डालकर मारकंडा नदी पार कर रहे हैं.

वहीं प्रशासन द्वारा जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है, उनका कहना है कि अब स्थिति काबू में है तो दूसरी तरफ प्रशासन का ये भी अलर्ट है कि शाम तक और भी पानी नदी में छोड़ा जा सकता है, जिसके चलते यहां और भी तबाही हो सकती है.

कुरुक्षेत्र: बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मारकंडा नदी के आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया है. वहीं लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने का कार्य प्रशासन द्वारा लगातार किया जा रहा है. बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम कुरुक्षेत्र के शाहबाद पहुंची.

कुरुक्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर ईटीवी भारत की टीम

तीन दिन से लगातार बढ़ रहे जलस्तर को लेकर सभी गांवों को खाली करने का आदेश भी दिया गया है. वहीं कुछ लोग अभी भी पानी के अंदर रहने को मजबूर हैं क्योंकि वो अपने घर में पड़ा सामान छोड़कर जाने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है. बाढ़ में फंसे लोगों ने बताया कि प्रशासन मात्र एक ट्यूब और एक रस्सी ही देकर गया और ना ही कोई दो दिन से उनकी सुध लेने के लिए पहुंचा.

लोगों ने बताया कि यहां खाने-पीने का जो राशन था, वो भी पानी में बिल्कुल खराब हो चुका है. अब वह खाने के भी मोहताज हो चुके हैं. प्रशासन यहां कुछ भी राहत सामग्री भी नहीं भेज रहा है.

काफी दिनों से यहां पुल को बनाने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही थी लेकिन यहां ना तो कोई पुल बना और ना ही यहां उनकी कोई सुध लेने आया. सिर्फ चुनावों में यहां उनसे वोट मांगने के लिए नेता जरूर आ जाते हैं. यहां बीमार लोगों को और कीमती सामान को लेकर लोग जान जोखिम में डालकर मारकंडा नदी पार कर रहे हैं.

वहीं प्रशासन द्वारा जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है, उनका कहना है कि अब स्थिति काबू में है तो दूसरी तरफ प्रशासन का ये भी अलर्ट है कि शाम तक और भी पानी नदी में छोड़ा जा सकता है, जिसके चलते यहां और भी तबाही हो सकती है.

Intro:पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश से शाहबाद मारकंडा नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने लगभग एक दर्जन के करीब गांव को खाली करवा दिया है और आसपास के गांवों में अलर्ट जारी किया है लगातार बढ़ रहे जलस्तर से लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने का कार्य प्रशासन द्वारा किया जा रहा है बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने हमारी टीम आज शाहबाद की ग्राउंड जीरो पर पहुंची और यहां की स्थिति का जायजा लिया लगभग 3 दिन से लगातार बढ़ रहे जलस्तर को लेकर सभी गांव को जहां खाली करने का आदेश दिया है वहीं कुछ लोग जो है अभी भी पानी के अंदर रहने को मजबूर है क्योंकि घर में जो सामान पड़ा है उसे छोड़कर वह जाने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है बाढ़ में फंसे लोगों ने बताया कि प्रशासन मात्र एक ट्यूब और एक रस्सी ही देकर गया और ना ही कोई 2 दिन से उनकी सुध लेने के लिए यहां पहुंचा
लोगों ने बताया कि यहां खाने-पीने की जो राशन था वह भी पानी में बिल्कुल खराब हो चुका है अब वह खाने के भी मोहताज हो चुके हैं प्रशासन यहां कुछ भी राहत सामग्री भी नहीं भेज रहा लोगों ने बताया कि काफी दिनों से यहां पुल को बनाने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है परंतु यहां ना तो कोई फूल बना और ना ही यहां उनकी कोई सुध लेने आता सिर्फ चुनावों में यहां उनसे वोट मांगने के लिए नेता जरूर आ जाते हैं तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह से बीमार लोगों और अपने कीमती सामान को लेकर किस तरह लोग मारकंडा जो कि एक भयंकर रूप लेकर बह रही है उस वह अपनी जान को जोखिम में डालकर कर रहे हैं प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है कि शाम को नदी का जलस्तर और भी बढ़ सकता है और लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बार-बार अपील की जा रही है

हमारी टीम जब शाहबाद मारकंडा के साथ लगती बाजीगर कॉलोनी में पहुंचे तो यहां के हालात बद से बदतर हैं लोग अपने मवेशियों के साथ यहां रहने को मजबूर है इंसान क्या जानवरों तक कभी यहां बुरा हाल है लोगों का कहना है कि बार-बार गुहार के बाद भी यहां कोई पुल का निर्माण नहीं किया गया जो कि आज उन्हें इस रस्सी के सहारे चलकर ही किसी सुरक्षित जगह पर जाना पड़ रहा है।
दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा अधिकारियों की जो ड्यूटी लगाई है उनका कहना है कि अब स्थिति काबू में है और दूसरी तरफ प्रशासन का यह भी अलर्ट है कि शाम तक और भी पानी नदी में छोड़ा जा सकता है जिसके चलते यहां और भी तबाही हो सकती है।
बाईट:-क्लोनिवासी


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