कुरुक्षेत्र: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जैसे ही मास्क और सैनिटाइजर की मांग बढ़ी वैसे ही लोगों ने काला बाजरी भी शुरू कर दी है. ईटीवी भारत की टीम ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है. कुरुक्षेत्र में मेडिकल स्टोर वाले मास्क और सैनिटाइजर को लगभग 3 गुना दाम में बेच रहे हैं.
आज हमारी टीम ने सैनिटाइजर और मास्क बेचने वाले दवा विक्रेताओं का एक स्टिंग ऑपरेशन किया. दवा विक्रेता से हमने एक थ्री लेयर मास्क खरीदा और लगभग 50 एमएल का एक सैनिटाइजर भी लिया. थ्री लेयर सर्जिकल मास्क दुकानदार ने 25 रु में दिया जोकि मात्र 8 रुपये का आता है और टू लेयर मास्क जिसकी कीमत बाजार में 40 रु है वह 90 रु का दिया.
ये भी पढ़ें: पंचकूला में मां-बेटे पाए गए कोरोना के संदिग्ध मरीज, चंडीगढ़ की युवती के संपर्क में आए थे
अगर सैनिटाइजर की बात करें तो 50 एमएल का सैनिटाइजर दुकानदार ने 140 रु का दिया. जब दुकानदार से इसका बिल मांगा गया तो बिल देने से भी दुकानदार ने इंकार कर दिया. ये पूरी बातचीत हमारे कैमरे में कैद हो गई. इसके बाद जब दुकानदार से पत्रकार द्वारा रेट पूछे गए तो उसने सही सही रेट बताए.
रिपोर्टर- भैय्या एक सैनिटाइजर और एक मास्क दे दो.
दुकानदार- सिंपल वाला देना है ?
रिपोर्टर- हां, सिंपल कपड़े वाला दे दो. कितने का है ?
दुकानदार- मास्क 90 रु का है और सैनिटाइजर 140 रु का है.
रिपोर्टर- इतना महंगा क्यों है ?
दुकानदार- पीछे से ही महंगा आ रहा है, शार्टेज हो गई है.
इसके बाद जब दुकानदार से पत्रकार द्वारा रेट पूछे गए तो उसने सही सही रेट बताए-
रिपोर्टर- आपके यहां मास्क, सैनिटाइजर का स्टॉक कैसा है.
दुकानदार- सुबह तक तो बंद था लेकिन अब स्टॉक ठीक हो गया है.
रिपोर्टर- मास्क और सैनिटाइजर का क्या रेट है ?
दुकानदार- मास्क 10, 12 और 15 रु के हैं और सैनिटाइजर 40-50 रु के हैं. टू लेयर, थ्री लेयर 8 और 10 रु के आते हैं.
रिपोर्टर- पर अभी आपकी दुकान से जो मास्क लिया वो तो आपने 25 रु का दिया और एक 90 रु का दिया, टू और थ्री लेयर.
दुकानदार- मेरे ध्यान में तो ऐसा कुछ नहीं है. बाकी मेरे किसी आदमी ने दिया हो तो मुझे पता नहीं.
रिपोर्टर- आपने ही दिया, आपका वीडियो है हमारे पास. क्या कहेंगे ?
इतना सुनते ही दुकान जनाब के होश उड़ गए और जवाब देने के बजाए दुकानदार बगले झांकने लग गया. दुकानदार कहने लगा कि मैंने तो ऐसा कोई सामान नहीं बेचा शायद किसी और ने दिया होगा. फिर ये वीडियो हमारी टीम ने जिला उपायुक्त को भेजी जिसके लगभग 2 घंटे बाद उपायुक्त द्वारा डीएफएससी विभाग की एक टीम को भेजा गया.
पहले तो दुकानदार ने साफ मना कर दिया कि उसके पास पिछले 4 दिन से सैनिटाइजर और मास्क नहीं है लेकिन वीडियो दिखाने पर अधिकारियों ने मेडिकल संचालक का चालान कर दिया. एएफएसओ हुकमचंद ने बताया कि इस मेडिकल का पहले भी चालान किया जा चुका है और भविष्य में हिदायत दी अगर इस तरह की कालाबाजारी फिर की गई तो लाइसेंस को रद्द कर दिया जाएगा.
अधिकारी ने तो दुकानदार का चालान करके हिदायत देकर छोड़ दिया लेकिन अब देखने वाली बात ये है कि बार-बार चालान होने के बावजूद भी क्या कालाबाजारी करने वाले बाज आएंगे या फिर कोरोना वायरस की आड़ में ये कालाबाजरी यूं ही जारी रहेगी.
ये भी पढ़ें- यमुनानगर योजनाकार विभाग ने 5 अवैध कॉलोनियों पर चलाया पीला पंजा