कुरुक्षेत्र: इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने लोकसभा चुनाव में करारी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने ये इस्तीफा पार्टी कार्यालय को ईमेल से भेज दिया है. नैतिकता के आधार पर जिम्मेदारी लेते हुए इनेलो प्रदेशाध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा दिया है, जबकि स्पष्ट किया है कि वो पार्टी में ही रहेंगे.
मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला ने उन्हें पूरा मान-सम्मान दिया. हालांकि आज वो जेल में बंद हैं और जेल में जाने के बाद पार्टी की सारी जिम्मेदारी उनकी बनती थी. जिसे लेते हुए उन्होंने नैतिकता के आधार पर पार्टी कार्यालय में इस्तीफा भेज दिया है और अनुरोध किया है कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाए और वो कार्यकर्ता के तौर पर काम करते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि ये पहला चुनाव था जो कि मुद्दों पर नहीं अपितु राष्ट्रवाद के नाम पर लड़ा गया. उन्होंने कहा कि मुद्दे इस चुनाव में गोण थे, जबकि कोई स्थानीय मुद्दा था ही नहीं. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने उन्हें बेहद सहयोग दिया, जिसका मैं तहे दिल से आभारी हूं.
बता दें कि पीएम मोदी की आंधी ने विपक्ष को उड़ा दिया. अभय चौटाला के बेटे अर्जुन और पिछली बार के सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी सहित कोई भी उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए. लोकसभा चुनाव में इनेलो का एक भी उम्मीदवार दूसरे स्थान पर भी नहीं रह पाया. दसों की दस सीट बीजेपी के खाते में गई हैं.