करनाल: सीएम सिटी करनाल में गेहूं की खरीद को लेकर प्रशासन की अग्नि परीक्षा शुरू हो चुकी है. जिले में 173 स्थानों पर गेहूं की खरीद हो रही है. 10 बड़ी मंडियों, 3 सब यार्ड सहित 160 नए खरीद केंद्र बनाए गए हैं. खरीद केंद्र पर पुलिस कर्मी मौजूद हैं और किसानों के मोबाइल पर मैसेज देख कर ही खरीद केंद्र में प्रवेश मिल रहा है.
ईटीवी भारत की टीम किसानों की गेहूं की खरीद का जायजा लेने प्रशासन द्वारा बनाए गए मिनी खरीद केंद्रों पर पहुंची. यहां किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं. रजिस्ट्रेशन के आधार पर मार्केट कमेटी तिथि वार किसानों की सूची बना रही है. इसी के आधार पर किसानों को निर्धारित दिन पर अपनी फसल लानी होगी. इसके साथ ही मंडी प्रशासन द्वारा शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए खरीद केंद्र, मंडियां, किसान और किसानों की तरफ से लाई जाने वाली गेहूं ट्राली को भी सैनिटाइज किया जा रहा है.
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विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को खरीद केंद्रों पर फसल खरीदने के लिए प्रशासन द्वारा जिम्मेदारी आवंटित की गई है. कोरोना वायरस के चलते सभी पहलुओं का ध्यान रखते हुए बीते दिन करनाल स्थित पंचायत भवन में प्रशासन की ओर से सभी को गेहूं खरीद का प्रशिक्षण भी दिया गया है. करनाल जिले में स्थित राइस मिल, वेयरहाउस, स्टेडियम और सत्संग भवनों को फसल खरीद केंद्रों में बदला गया है.
वहीं किसानों और आढ़तियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा गेहूं की खरीद को लेकर सभी इंतजाम अच्छे किए गए हैं. कोरोना वायरस के चलते सभी नियमों का पालन किया जा रहा है लेकिन खरीद का पहला दिन होने के चलते थोड़े ही किसान अपनी गेहूं को लेकर आए हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जिस जगह गेहूं स्टोर करने का इंतजाम ज्यादा हो वहां पर किसानों की खरीद को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जाए ताकि खराब मौसम और बरसात के चलते गेहूं उठान का कार्य को जल्दी से जल्दी निपटाया जाए वरना गेहूं खराब होने से भारी नुकसान हो सकता है.
बहरहाल कोरोना वायरस के चलते प्रशासन द्वारा खासे इंतजाम किए गए हैं. मंडी प्रशासन द्वारा शारीरिक दूरी को बरकरार रखने के साथ, सैनिटाइजेशन का काम भी किया जा रहा है. वहीं इंद्र देवता द्वारा गेहूं कटाई के चलते बादलों की गड़गड़ाहट और बरसात से किसानों के माथे की चिंताओं को बढ़ाया जा रहा है.
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