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यमुना नदी में घटा पानी का स्तर, लेकिन खतरा अभी बाकी है, जानिए क्यों

यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज (Hathnikund Barrage Yamunanagar) पर बृहस्पतिवार से जलस्तर घटना शुरू हो गया है. हाइडल लिंक नहर में अभी पानी नहीं छोड़ा गया, क्योंकि नदी में सिल्ट आ जाने से पावर प्रोजेक्ट की मशीनों को खतरा बन जाता है.

Water level decrease yamuna
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Published : Jul 29, 2021, 9:40 PM IST

यमुनानगर: यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज (Yamunanagar Hathnikund Barrage) पर बृहस्पतिवार को जलस्तर घटना शुरू हो गया है. आज दोपहर 2 बजे यहां 39611 क्यूसेक पानी बह रहा था. जिसमें से करीब 10000 क्यूसेक पानी डब्ल्यूजेसी नहर और बाकी का पानी दिल्ली की तरफ छोड़ दिया गया. बुधवार को हथिनी कुंड बैराज पर इस सीजन का रिकॉर्ड 1 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा था. अब ये घटते हुए आज दोपहर 2 बजे तक 39611 क्यूसेक रह गया है.

हाइडल लिंक नहर में अभी पानी नहीं छोड़ा गया, क्योंकि नदी में सिल्ट आ जाने से पावर प्रोजेक्ट की मशीनों को खतरा बन जाता है. जो पानी डब्ल्यूजेसी नहर में छोड़ा गया है. वो सिंचाई वाली नहरों में छोड़ दिया जाता है. हथिनी कुंड बैराज के गेट रीडर ने बताया कि बुधवार को 159000 क्यूसेक पानी आने के बाद जलस्तर घटना शुरू हो गया है. आज सुबह करीब 9 बजे यहां 93000 क्यूसेक पानी रहा. ये दोपहर 2 बजे तक 39611 क्यूसेक रह गया. फिलहाल पहाड़ी इलाकों से भी पानी बढ़ने की कोई सूचना नहीं है.

ये भी पढ़ें- किसानों के लिए आफत! भारी बारिश से डूबी हजारों एकड़ धान की फसल

आपको बता दें कि हथिनी कुंड बैराज पर जलस्तर कम होते ही लकड़ी और मछली पकड़ने वाले लोगों की भीड़ लग जाती है. जैसे ही ऊपर से पानी आता है तो सायरन बजाकर उन्हें चेतावनी दी जाती है. जिसके बाद बैराज के गेट खोल दिए जाते हैं. फिलहाल हथिनी कुंड बैराज पर पानी की स्थिति सामान्य है.

यमुनानगर: यमुना नदी में हथिनी कुंड बैराज (Yamunanagar Hathnikund Barrage) पर बृहस्पतिवार को जलस्तर घटना शुरू हो गया है. आज दोपहर 2 बजे यहां 39611 क्यूसेक पानी बह रहा था. जिसमें से करीब 10000 क्यूसेक पानी डब्ल्यूजेसी नहर और बाकी का पानी दिल्ली की तरफ छोड़ दिया गया. बुधवार को हथिनी कुंड बैराज पर इस सीजन का रिकॉर्ड 1 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा था. अब ये घटते हुए आज दोपहर 2 बजे तक 39611 क्यूसेक रह गया है.

हाइडल लिंक नहर में अभी पानी नहीं छोड़ा गया, क्योंकि नदी में सिल्ट आ जाने से पावर प्रोजेक्ट की मशीनों को खतरा बन जाता है. जो पानी डब्ल्यूजेसी नहर में छोड़ा गया है. वो सिंचाई वाली नहरों में छोड़ दिया जाता है. हथिनी कुंड बैराज के गेट रीडर ने बताया कि बुधवार को 159000 क्यूसेक पानी आने के बाद जलस्तर घटना शुरू हो गया है. आज सुबह करीब 9 बजे यहां 93000 क्यूसेक पानी रहा. ये दोपहर 2 बजे तक 39611 क्यूसेक रह गया. फिलहाल पहाड़ी इलाकों से भी पानी बढ़ने की कोई सूचना नहीं है.

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आपको बता दें कि हथिनी कुंड बैराज पर जलस्तर कम होते ही लकड़ी और मछली पकड़ने वाले लोगों की भीड़ लग जाती है. जैसे ही ऊपर से पानी आता है तो सायरन बजाकर उन्हें चेतावनी दी जाती है. जिसके बाद बैराज के गेट खोल दिए जाते हैं. फिलहाल हथिनी कुंड बैराज पर पानी की स्थिति सामान्य है.

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