करनाल: एक बार फिर से सब्जियों के दाम में उछाल देखने को मिल रहा (vegetables price hike haryana) है. सब्जियों के बढ़ते दाम से महिलाओं की रसोई का बजट बिगड़ गया है. महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी की थाली से अब हरी सब्जियां कहीं गायब होती नजर आ रही है. सब्जियों के भाव में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी सब्जियों को खरीदना अब मुश्किल हो गया है. वहीं दालें पहले से ही महंगी हैं जिसके चलते रसोई का बजट बिगड़ा ही है.
बारिश ने डाला महंगाई पर असर: सब्जियों बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि 10 से 15 दिन पहले और आज के रेट में लगभग दोगुना फर्क सब्जियों के बढ़ते दामों में नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि सभी सब्जियों के भाव बढ़ चुके हैं. दुकानदारों ने इसका कारण बारिश को भी बताया है. उनका कहना है कि बारिश के दिनों में सब्जियां मंडियों में बहुत कम पहुंच पाती हैं जिसके चलते इनके दामों में उछाल देखने को मिलता है. ज्यादातर किसानों की बारिश की वजह से सब्जियां खराब हो चुकी हैं, इसलिए उत्पादन कम हो गया है. दुकानदार ने बताया कि अभी और भी बरसात होनी है जिससे सब्जियों के रेट और आसमान को छू सकते हैं.
दूसरे राज्य से आती हैं सब्जियां: सब्जी विक्रेता ने बताया कि मौजूदा समय में ज्यादातर सब्जियां दूसरे राज्य से आ रही हैं. हिमाचल से ज्यादा सब्जियां मंडियों में पहुंच रही हैं. ऐसे में ट्रांसपोर्ट महंगा पहले ही हो चुका है. दूसरे राज्यों से सब्जी आने में ट्रांसपोर्ट का खर्च आता है, जिसके चलते भी सब्जियों के रेट पर काफी प्रभाव पड़ा है.
10 दिन पहले और आज के सब्जियों के दाम: आलू 20-30 रुपए, टमाटर 20-40 रुपए, बेगन 30-40 रुपए, गोभी 40-80 रुपए, अरबी 30-40 रुपए, कद्दू 20-30 रुपए, भिंडी 30-50 रुपए, लौकी 30-70 रुपए, तोरई 50-90 रुपए,हरी धनिया 70-100 रुपए, हरी मिर्च 40-60 रुपए, नींबू 60-80 रूपये, मटर 70-100 रूपये, करेला 20-30 रूपये, लहसुन 30-50 रूपये, खीरा 30-50 रूपये, चुकंदर 60-80 रूपये, शिमला मिर्च 40-70 रूपये, मूली 40-60 रूपये, गाजर 40-60 रूपये आदि है. यह सभी भाव प्रति किलो के हिसाब से है. दूसरे राज्य से आने वाली सब्जियां लौकी, खीरा,पहाड़ी आलू, मूली, गोबी, गाजर, मटर शामिल हैं, जिसका सीधा प्रभाव आम जनता की जेब पर पड़ रहा है.