करनाल: लॉकडाउन और करोना महामारी का असर किसानों पर पड़ता नजर आ रहा है. लॉकडाउन के चलते किसानों के खेतों में सब्जियां बर्बाद हो रही हैं. किसान सब्जियों को सड़कों पर फेंकने को मजबूर हैं. मोहिदीनपुर के किसान संजीव ने बताया कि बीस दिनों से नेट हॉउस में सब्जियां पक कर सड़ने लगीं हैं. हालात ये हो गए हैं कि सब्जियों को अब सड़क किनारे फेंका जा रहा है. हर रोज कई क्विंटल सब्जी सड़क किनारे फेंकी जा रही हैं.
किसान ने सरकार से भी गुहार लगाई कि उनकी मदद की जाए. क्योंकि लगभग 25 लाख में पॉली हॉउस बनाया लाखों रुपये की लागत से फसल तैयार की और जब फल आने लगा तो लॉकडाउन शुरू हो गया जिस से भारी नुकसान हो रहा है. उन्होंने बताया हमारी खीरे की फसल है. उसके फल को भी हम गौशाला में भेज रहे हैं.
किसान संजीव ने बताया कि मेरे ये नेट हॉउस करीब 3 एकड़ के अन्दर लगाए हुए हैं. जिसमें एक एकड़ में रंगीन शिमला मिर्च है. जिसकी डिमांड सिर्फ बड़े-बड़े होटलों में होती है. लॉकडाउन के चलते आज वो होटल भी बन्द हैं. अगर मैं सब्जीमंडी में रंगीन शिमला मीर्च के 20 पैकेट लेकर जाता हूं तो उनमे से सिर्फ 5 ही बड़ी मुश्किल से बिकते हैं.
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उपायुक्त निशांत कुमार ने बताया कि किसानों की आने जाने प्रतिबंध नहीं है. उन्होंने बताया कि जो भी किसान अपनी फसल काटने या फसल बेचने कि लिए जाना चाहता हो वो डिप्टी डाइरेक्टर एग्रीकल्चर को आवेदन दे कर पास बनवा सकते हैं. जिसके बाद उन्हे आने जाने से रोका नहीं जाएगा.