करनाल: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज करनाल तहसील पहुंचे. जहां का उन्होंने गब्बर स्टाइल में औचक निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री के अचानक जिला सचिवालय में बने ई-दिशा व तहसील में पहुंचने पर अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में अधिकारी मुख्यमंत्री के आसपास पहुंच गए.
कई कर्मचारी निलंबित
मुख्यमंत्री ने जहां पर रजिस्ट्री होती है वहां निरीक्षण किया. जहां उन्हें मौके पर कई अनियमितताएं मिली और कुछ कर्मचारी नदारत पाए गए. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तहसीलदार रविंद्र मलिक, नायब तहसीलदार हवा सिंह, रजिस्ट्री क्लर्क राजवीर और पटवारी सलमा रानी को निलंबित कर दिया और अधिकारियों को डांट फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर लोगों को परेशान किया गया तो उन पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
कई दिनों से भ्रष्टाचार की मिल रही थी शिकायत
आपको बता दें कि कार्रवाई के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि तहसील कार्यालय के कर्मचारी रजिस्ट्री करने, उसका टोकन देने व रजिस्ट्री की डिलीवरी देने में लोगों को परेशान करते थे. कहीं-कहीं पैसे लेने की शिकायत भी मिली थी. इस वजह से खुद आकर जांच की. औचक निरीक्षण किया तो एक रजिस्ट्री 27 नवंबर की रजिस्ट्री क्लर्क के पास पड़ी मिली. उसका जिम्मेदार तहसीलदार, नायब तहसीलदार, रजिस्ट्री क्लर्क व पटवारी है. एक व्यक्ति 9 दिन से अपने पटवारी को ढूंढ रहा है. इस तरह की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इससे पूरे प्रदेश में संदेश जाएगा. लोगों को परेशान नहीं करेंगे. रजिस्ट्री का नियम है कि उसी दिन रजिस्ट्री होनी चाहिए और शाम तक डिलीवर हो जानी चाहिए. लोगों की शिकायत पर कार्रवाई की गई है. पूरे हरियाणा में कहीं भी यदि कोई अधिकारी पैसा लेते मिले तो सीधे शिकायत करें, तत्काल कार्रवाई होगी.
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