ETV Bharat / city

हरियाणा में एक अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की खरीद, करनाल में की गई है ऐसी तैयारी - karnal Deputy Commissioner Nishant Kumar on Selling of wheat

हरियाणा में 1 अप्रैल से गेहूं खरीद का कार्य शुरू होने वाला है. इससे पहले करनाल उपायुक्त बुधवार को खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों व मार्किट कमेटी के सचिवों के साथ गेहूं खरीद प्रबंधों की समीक्षा कर रहे थे.

Karnal news
Karnal news
author img

By

Published : Mar 31, 2021, 5:24 PM IST

करनाल: रबी की मुख्य फसल गेहूं की खरीद सरकार के निर्णय के अनुसार 1 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. गेहूं की खरीद करनाल जिले की सभी 10 मंडियों व करीब 15 परचेज सेंटरों पर होगी, लेकिन जरूरत के अनुसार कुछ अस्थाई खरीद केन्द्र भी बनाए जा सकते हैं.

किसानों के हित को देखते इस बार उपज का मूल्य या पेमेंट सीधे उनके खातों में जाएगी. इसके लिए भारतीय खाद्य निगम के पास हिदायतें आ गई हैं कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई कठिनाई ना हो और मंडी आढ़तियों के साथ उनका सामंजस्य बना रहे.

जिला प्रशासन करनाल
जिला प्रशासन करनाल

ये भी पढ़े- गंभीर बीमारी से जूझ रहीं हैं किरण खेर, मुंबई में चल रहा है इलाज

उपायुक्त बुधवार को खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों व मार्किट कमेटी के सचिवों के साथ गेहूं खरीद प्रबंधों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने बताया कि गेहूं खरीद को लेकर सरकार की ओर से मंडी में किसानों को गेहूं लाने के लिए शेड्यूल बनाया गया है. पूरे सीजन के मैसेज एडवांस में चले जाएंगे. तिथि और मंडी को लेकर किसानो को चिंता नहीं करनी पड़ेगी. गेट पास की व्यवस्था पहले की तरह रहेगी, जिसमें मोबाईल से किसानो को मैसेज होगा और ओटीपी आएगा. गेहूँ खरीद मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही की जाएगी.

ये भी पढ़े- हरियाणा में बढ़ रहे कोरोना केस, सीएम बोले- जरूरत पड़ी तो उठाएंगे कड़े कदम

सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बनेंगे गेट पास: डीसी

उपायुक्त ने मार्किट कमेटी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को अपनी फसल मंडी में लाने के लिए कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. सुबह 6 बजे से सायं 6 बजे तक गेट पास बनाए जाएं. सभी गेटों पर गेट पास की व्यवस्था की जाए, सभी पर इंटरनेट व्यवस्था होनी चाहिए, सीसीटीवी कैमरे की विशेष व्यवस्था की जाए ताकि गेहूं खरीद की व्यवस्था पर ध्यान रखा जाए, कोई भी कैमरा बंद नहीं होना चाहिए. उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि गेहूं का उठान समय पर हो, यदि समय पर उठान नहीं किया जाएगा तो सरकार के नियमानुसार पैनल्टी लगाने का प्रावधान भी है.

किसानों को 48 घंटों में हो पेमेंट, किसान साफ-सुथरी लाएं फसल: डीसी

उपायुक्त ने निर्देश दिए कि किसानों को 48 घंटे में पेमेंट हो और बारदाने की दिक्कत नहीं आनी चाहिए. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी फसल को साफ-सुथरा व सूखाकर लाएं तथा आढ़ती झरना जरूर लगाएं. उन्होंने कहा कि अभी गेहूं की फसल में नमी है, सभी आढ़ती गेहूं तोलने से पहले माउश्चर मशीन से नमी जरूर चैक करें.

ये भी पढ़े- फसल खरीद को लेकर कैथल अनाज मंडी में किए गए हैं खास इंतजाम

गेहूं खरीद के दौरान जिला स्तर पर बनाया जाएगा कंट्रोल रूम: डीसी

डीसी ने कहा कि गेहूं खरीद के दौरान जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के नोडल होंगे जबकि पूरे जिला के नोडल सीईओ जिला परिषद गौरव कुमार को बनाया गया है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन गेहूं खरीद की रिपोर्ट 5 बजे से पहले आनी चाहिए ताकि पूरी जानकारी समय पर मिल सके.

गेहूं खरीद के दौरान धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ की जाएगी कार्यवाही, रखी जाएगी नजर : डीसी

उपायुक्त ने बैठक में सख्त लहजे से कहा कि गेहूं खरीद के दौरान किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जो भी कर्मचारी या अधिकारी धोखाधड़ी में संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी. इसके लिए अधिकारियों की अलग से टीम बनाई गई है जो हर परचेज सेंटर व मंडियों में निगरानी रखेगी.

करनाल: रबी की मुख्य फसल गेहूं की खरीद सरकार के निर्णय के अनुसार 1 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. गेहूं की खरीद करनाल जिले की सभी 10 मंडियों व करीब 15 परचेज सेंटरों पर होगी, लेकिन जरूरत के अनुसार कुछ अस्थाई खरीद केन्द्र भी बनाए जा सकते हैं.

किसानों के हित को देखते इस बार उपज का मूल्य या पेमेंट सीधे उनके खातों में जाएगी. इसके लिए भारतीय खाद्य निगम के पास हिदायतें आ गई हैं कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई कठिनाई ना हो और मंडी आढ़तियों के साथ उनका सामंजस्य बना रहे.

जिला प्रशासन करनाल
जिला प्रशासन करनाल

ये भी पढ़े- गंभीर बीमारी से जूझ रहीं हैं किरण खेर, मुंबई में चल रहा है इलाज

उपायुक्त बुधवार को खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों व मार्किट कमेटी के सचिवों के साथ गेहूं खरीद प्रबंधों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने बताया कि गेहूं खरीद को लेकर सरकार की ओर से मंडी में किसानों को गेहूं लाने के लिए शेड्यूल बनाया गया है. पूरे सीजन के मैसेज एडवांस में चले जाएंगे. तिथि और मंडी को लेकर किसानो को चिंता नहीं करनी पड़ेगी. गेट पास की व्यवस्था पहले की तरह रहेगी, जिसमें मोबाईल से किसानो को मैसेज होगा और ओटीपी आएगा. गेहूँ खरीद मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही की जाएगी.

ये भी पढ़े- हरियाणा में बढ़ रहे कोरोना केस, सीएम बोले- जरूरत पड़ी तो उठाएंगे कड़े कदम

सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बनेंगे गेट पास: डीसी

उपायुक्त ने मार्किट कमेटी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को अपनी फसल मंडी में लाने के लिए कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. सुबह 6 बजे से सायं 6 बजे तक गेट पास बनाए जाएं. सभी गेटों पर गेट पास की व्यवस्था की जाए, सभी पर इंटरनेट व्यवस्था होनी चाहिए, सीसीटीवी कैमरे की विशेष व्यवस्था की जाए ताकि गेहूं खरीद की व्यवस्था पर ध्यान रखा जाए, कोई भी कैमरा बंद नहीं होना चाहिए. उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि गेहूं का उठान समय पर हो, यदि समय पर उठान नहीं किया जाएगा तो सरकार के नियमानुसार पैनल्टी लगाने का प्रावधान भी है.

किसानों को 48 घंटों में हो पेमेंट, किसान साफ-सुथरी लाएं फसल: डीसी

उपायुक्त ने निर्देश दिए कि किसानों को 48 घंटे में पेमेंट हो और बारदाने की दिक्कत नहीं आनी चाहिए. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी फसल को साफ-सुथरा व सूखाकर लाएं तथा आढ़ती झरना जरूर लगाएं. उन्होंने कहा कि अभी गेहूं की फसल में नमी है, सभी आढ़ती गेहूं तोलने से पहले माउश्चर मशीन से नमी जरूर चैक करें.

ये भी पढ़े- फसल खरीद को लेकर कैथल अनाज मंडी में किए गए हैं खास इंतजाम

गेहूं खरीद के दौरान जिला स्तर पर बनाया जाएगा कंट्रोल रूम: डीसी

डीसी ने कहा कि गेहूं खरीद के दौरान जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के नोडल होंगे जबकि पूरे जिला के नोडल सीईओ जिला परिषद गौरव कुमार को बनाया गया है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन गेहूं खरीद की रिपोर्ट 5 बजे से पहले आनी चाहिए ताकि पूरी जानकारी समय पर मिल सके.

गेहूं खरीद के दौरान धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ की जाएगी कार्यवाही, रखी जाएगी नजर : डीसी

उपायुक्त ने बैठक में सख्त लहजे से कहा कि गेहूं खरीद के दौरान किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जो भी कर्मचारी या अधिकारी धोखाधड़ी में संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी. इसके लिए अधिकारियों की अलग से टीम बनाई गई है जो हर परचेज सेंटर व मंडियों में निगरानी रखेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.