करनाल: नई अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है. सीमावर्ती गांवों से उत्तर प्रदेश के किसान और कुछ करनाल के किसान पूसा 1509 किस्म की धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं. हालांकि हरियाणा के किसानों की धान सितंबर महीने के अंतिम दिनों में मंडियों में आनी शुरू होगी. वहीं, प्राइवेट खरीदारों ने मंडी में पहुंची यूपी की धान की परचेज करनी भी शुरू कर दी है. लेकिन पिछली बार की तुलना में इस बार धान के आधे दाम मिल रहे हैं.
कम दाम से किसान परेशान
किसान मोहम्मद राशिद और सुखविंदर सिंह के मुताबिक मंडी में प्राइवेट एजेंसियों द्वारा मिल रहे रेट को लेकर वो ना खुश हैं. क्योंकि इस बार कोरोना वायरस के चलते धान रोपाई प्रति किला जो पहले 22 सौ रुपए लगता था अब 4 हजार प्रति किला लगा है.
इसके अलावा खाद, बीज, दवाई के रेट भी आसमान को छू रहे हैं और ऊपर से इस बार मंडी में पिछली बार 2500 तक धान का रेट मिला था जो अब 1600 रुपए क्विंटल तक मिल रहा है. ऐसे में किसानों की समस्या और ज्यादा बढ़ गई है.
किसान मुजम्मिल और इस्लाम के मुताबिक अभी तक पूसा 1509 धान का रेट 1500 रुपये क्विंटल मिल रहा है जो कि लागत से बहुत ज्यादा कम नजर आ रहा है. पिछली बार धान का रेट उन्हें 21-22 सौ रुपए तक मिला था.
सरकारी खरीद अभी तक शुरू नहीं हुई
मार्केट कमेटी सचिव सुंदर सिंह का कहना है कि सरकार के निर्देश पर धान की खरीद शुरू की जाएगी. इसी को लेकर सभी तैयारियों को मुकम्मल किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हर रोज उत्तर प्रदेश के किसान ट्रैक्टर-ट्राली में 1509 धान भरकर अनाज मंडी लेकर आ रहे हैं. अभी तक अनाज मंडी में 1.5 लाख क्विंटल के करीब धान की आवक हो चुकी है. सरकार की ओर से अभी धान की खरीद शुरू नहीं हुई है. सेलर, आढ़ती ही धान खरीद रहे हैं.
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