करनाल: भ्रष्ट और रिश्वतखोर अधिकारियों के खिलाफ करनाल विजिलेंस की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है. करीब एक सप्ताह पहले रिश्वतखोरी के आरोप में करनाल के नायब तहसीलदार और उनके डीड राइटर की गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को करनाल के तहसीलदार राहुल बूरा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. चर्चा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के चलते ही राहुल बूरा ने अपने पद से इस्तीफा दिया है.
हालांकि तहसीलदार द्वारा डीसी अनीश यादव को सौंपे गए इस्तीफे में निजी कारणों का हवाला दिया गया है लेकिन लोग इसे विजिलेंस की कार्रवाई का ही खौफ बता रहे हैं. डीसी अनीश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया है कि करनाल के तहसीलदार राहुल बूरा ने इस्तीफा सौंपा है. जिसे हायर अथोरिटी को भेज दिया जाएगा. उन्होंने इस्तीफा देने के पीछे निजी कारण बताया है. इस्तीफा जरूर दिया गया है लेकिन अभी मुख्यालय की ओर से इस्तीफे को मंजूरी नहीं मिली है.
आपको बता दे कि विजिलेंस द्वारा पहले डीटीपी विक्रम सिंह, उसके बाद तहसीलदार राजबख्श सिंह, हाल ही में घरौंडा के तहसीलदार निखिल सिंगला व उनके रीडर गुलशन गुलाटी और करीब एक सप्ताह पहले करनाल के नायब तहसीलदार को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. जिस तरह से विजिलेंस कार्रवाई कर रही है उससे तहसील कार्यालय में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है.
विजिलेंस की कार्रवाई से रिश्वतखोरों में खौफ का माहौल बना हुआ है. जिसके बाद तहसीलदारों और अन्य कर्मचारियों के पद भी खाली पड़े हैं. तहसीलदार निखिल सिंगला की गिरफ्तारी के बाद करनान तहसील में एक ही तहसीदार बचा हुआ था. उसने भी मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. पिछले दिनों विजिलेंस टीम ने करनाल के तहसीलदार राजबख्श को रिश्वत के मामले में किया था गिरफ्तार. राजबख्श गिरफ्तारी मामले में नायब तहसीलदार राहुल बुरा को विजिलेंस ने पूछताछ के लिए भी बुलाया था. उससे पहले ही उसने पद से इस्तीफा दे दिया.