करनाल: जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि सक्षम हरियाणा योजना के तहत निरीक्षण एवं सलाह कार्यक्रम के तहत निर्धारित लक्ष्य को अवश्य पूरा करें, स्कूलों की बोर्ड परीक्षाओं के बेहतरीन परिणामों के लिए सभी ब्लॉकों में बोर्ड के प्लान को लागू करें तथा सभी बीईओ व नोडल अधिकारी संबंधित एसडीएम के साथ समीक्षा बैठक करना सुनिश्चित करें.
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिन स्कूलों की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम कमजोर रहेगा उनके खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. पिछले वर्ष के बोर्ड परिणामों में नीलोखेड़ी ब्लॉक के स्कूल कलामपुरा के इंचार्ज सहित अन्य 10 स्कूलों के इंचार्जों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं.
बैठक में चीफ मिनिस्टर गुड गवर्नेंस एसोसिएट (सीएमजीजीए) अमृता डाटला ने एजेंडे रखे. जिनमें क्रमवार प्रगति रिपोर्ट उपायुक्त के समक्ष रखी. पहले एजेंडे के अनुसार स्कूलों के निरीक्षण एवं सलाह कार्यक्रम के तहत दिए गए लक्ष्य को लेकर था. इसमें डाईट प्रिंसिपल, उप जिला शिक्षा अधिकारी व एपीसी द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार विजिट बहुत ही कम की गई है.
इस पर उपायुक्त ने कहा कि स्कूलों की विजिट को अधिकारी गंभीरता से लें, जो अपने लक्ष्य को पूरा नहीं करेंगे तो समझा जाएगा कि सक्षम हरियाणा योजना में रूचि नहीं है. इस पर न केवल जिला स्तर पर प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी बल्कि सरकार को भी सख्त कार्यवाही करने के लिए लिखा जाएगा.
सीएमजीजीए ने पीटीएम से संबंधित एजेंडे के बारे में बताया कि निसिंग ब्लॉक में 49.9 प्रतिशत तथा नीलोखेड़ी ब्लॉक में 56.69 प्रतिशत पार्टिसिपेशन मिला है जोकि बहुत ही कम है. इसको लेकर भी उपायुक्त ने सख्त निर्देश दिए कि हर माह पीटीएम अवश्य हो, फोन या मोबाईन फोन या फिजिकली तौर पर पीटीएम कर सकते हैं. इसके लिए 75 प्रतिशत लक्ष्य अवश्य पूरा होना चाहिए.
सीएमजीजीए ने अवसर एप पर इंद्री में 95.36 प्रतिशत, निसिंग में 94.73 प्रतिशत, नीलोखेड़ी में 93.15 प्रतिशत, घरौंडा 90.95 प्रतिशत तथा असंध में 88.13 प्रतिशत विद्यार्थियों का रजिस्टे्रशन है तथा एक्टिव स्टूडेंटों में 59.93 प्रतिशत के साथ करनाल जिला में इंद्री ब्लॉक सबसे ऊपर है. इसको लेकर उपायुक्त ने इंद्री ब्लॉक के शिक्षा अधिकारी के कार्य की न केवल सराहना की बल्कि प्रशंसा पत्र देने की भी सिफारिश की.
उपायुक्त ने कहा कि दूसरे ब्लॉकों के शिक्षा अधिकारी भी इनसे प्रेरणा लें और अपने ब्लॉकों में बेहतरीन कार्य करें. अध्यापक स्वयं भी अवसर एप पर पंजीकृत हों तथा विद्यार्थियों को भी पंजीकृत करवाएं और उसका उपयोग करना भी सिखाएं. जिन बच्चों का अवसर एप पर पंजीकरण होगा उन्हीं का मूल्यांकन किया जाएगा.
इसी प्रकार शिक्षा मित्र कार्यक्रम के तहत भी इंद्री ब्लॉक में 95.95 प्रतिशत पंजीकरण पाया गया. शिक्षा मित्र, माता-पिता, पड़ोसी, भाई-बहन व रिश्तेदार भी हो सकते हैं. शिक्षा मित्र का कार्य फोन का उपयोग करके शिक्षक से कनेक्ट करना है ताकि जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है वे भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकें.
बैठक में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बीआरपी असंध सुनील कुमार, एसएसए से एपीसी डा. सचिन को बेहतरीन कार्य के लिए सीएमजीजीए अमृता डाटला की सिफारिश पर प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया.