करनाल: उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं होने दी जाएगी. जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर ऑक्सीजन बैंक यानि ऑक्सीजन ऑन व्हील की सेवा शुरू करके एक नई पहल की है.
ऑक्सीजन ऑन व्हील में करीब 50 से 60 सिलेंडर उपलब्ध रहेंगे, इसलिए ऑक्सीजन को लेकर किसी भी व्यक्ति को घबराने की जरूरत नहीं है. हर अस्पताल में जरूरतमंद व्यक्ति तक ऑक्सीजन की उपलब्धता रहेगी. प्रशासन की ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों पर भी कड़ी नजर है. अब तक करीब 150 सिलेंडर जब्त किए गए है. जांच के बाद दोषी के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.
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उपायुक्त निशांत कुमार यादव मंगलवार को तलवार एजेंसी गैस प्लांट का औचक निरीक्षण करने के उपरांत मीडिया से बातचीत कर रहे थे. इस मौके पर पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा, एसीयूटी नीरज कादियान, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं ऑक्सीजन सिलेंडर वितरण के नोडल अधिकारी गौरव कुमार, इंद्री के बीडीपीओ अंग्रेज सिंह उनके साथ थे.
उपायुक्त ने इस अवसर पर ऑक्सीजन तलवार एजेंसी के संचालक को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन सिलेंडर का वितरण कार्य सुचारू रूप से किया जाए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके लिए उन्होंने नोडल अधिकारी गौरव कुमार को भी निर्देश दिए कि वे ऑक्सीजन सिलेंडर वितरण के कार्य पर कड़ी नजर रखें.
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उपायुक्त ने मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि जिला में करीब 15 हजार किलो ग्राम ऑक्सीजन उपलब्ध है, जबकि खपत लगभग 13 हजार किलो ग्राम है. इसमें से कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के लिए करीब 10 हजार किलो ग्राम तथा 5 हजार किलो ग्राम अन्य प्राईवेट अस्पताल जोकि कोविड उपचार के पैनल पर है, के लिए उपलब्ध है.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आईसीयू बेड भी पर्याप्त मात्रा में है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण बढ़ते केसों को मद्देनजर रखते हुए आईसीयू बेड की संख्या में निरंतर बढ़ौतरी की जा रही है.