करनाल: गणेश चतुर्थी 2022 (Ganesh Chaturthi 2022) को लेकर शहर में तैयारियां चरम पर है. कोरोना महामारी के बाद इस साल मूर्तिकारों में भी उत्साह देखा जा रहा है. करनाल के कारीगरों की तैयार की गई भगवान श्रीगणेश की भव्य व दिव्य प्रतिमा करनाल के साथ-साथ अलग स्थानों में विराजमान होंगी. इन कलाकारों की बनाई विघ्नहर्ता गणेश की पगड़ी वाली भव्य मूर्तियां लोगों को खूब लुभा रही हैं.
गणेश चतुर्थी कब है: 31 को इस बार गणेश चतुर्थी (when is ganesh chaturthi) मनाई जायेगी. भक्तों के घरों में विघ्नहर्ता भगवान गणेश विराजमान होंगे. इस बार इस दिन गणपति पूजा का भव्य आयोजन होगा. भक्तों में काफी उल्लास बना हुआ है. कई जगह बड़े और आकर्षक पांडाल में गणपति बप्पा की मूर्तियां विधि-विधान से स्थापित होंगी.
मूर्ति बनाने वाले खुश- गणेश उत्सव (festival of ganesh chaturthi) को लेकर आम लोगों के बीच खासा उत्साह देखकर मूर्तिकारों में भी ऊर्जा का संचार हो रहा है. राजस्थान से पहुंचे कलाकार तीन महीने पहले से यहां श्रीगणेश की मूर्ति गढ़ रहे हैं. अब यह काम अंतिम चरण में है. कलाकार बड़ी मूर्तियों के रंग रोगन में दिन रात जुटे हैं. इस बार महंगाई का असर भगवान गणेश की मूर्तियों पर भी दिख रहा है.
बाजार में 9 फीट तक की गणेश प्रतिमाएं : राजू मूर्तिकार ने बताया कि श्रीगणेश की छोटी मूर्तियों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. इस साल कच्चे सामान जैसे मिट्टी, लकड़ी और बांस के दाम बढ़ने के कारण मूर्तियों की लागत भी बढ़ गई है. इस बार कोरोना संक्रमण का असर कम होने से बाजार में लगभग नौ फीट तक की गणेश प्रतिमाएं उतारी जाएंगी. कारीगार राजू का कहना है कि 25 सालों से वह मूर्तियों को गढ़ने का काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि ये हमारा पुस्तैनी काम है. बचपन से ही हम इस काम को कर रहे हैं. राजू ने बताया कि त्योहार को लेकर 10 इंच से छह फीट तक की बप्पा की मूर्तियां तैयार की हैं, जिनकी कीमत 100 रुपये से लेकर 5 हजार तक है. राजू ने बताया कि तीन महीने पहले मूर्तियों को तैयार करने का काम शुरु कर दिया गया था.