करनाल: फसल अवशेषों का प्रबंधन करने पर सरकार ने 194 किसानों के खाते में 1 लाख 18 हजार 768 रुपए की राशि जमा कराई है. इन किसानों ने 1187.68 एकड़ जमीन की फसल अवशेषों के बेलर (Crop residues in Karnal) बनाए. इन किसानों को बेलर बनाने पर सरकार की ओर से 1 हजार रुपए प्रति एकड़ मुहैया करवाए गए हैं. इस डाटा को पोर्टल पर भी अपडेट किया गया है. सरकार की इस योजना का लाभ प्रत्येक किसान उठा सकते हैं. इस योजना को अपनाने वाले किसान को न केवल 1 हजार रुपए प्रति एकड़ का लाभ मिलेगा बल्कि फसल अवशेषों में जलाने और जुर्माने से भी छुटकार मिलेगा.
उपायुक्त शांतनु शर्मा ने सोमवार को फसल अवशेष प्रबंधन (Crop Residue Management) को लेकर कृषि विभाग की प्रगति रिपोर्ट पर कहा कि राज्य सरकार के आदेशानुसार कुरुक्षेत्र के किसानों को लगातार फसल अवशेष प्रबंधन करके सरकार की योजना का लाभ लेने और फसल अवशेषों में आग न लगाने के प्रति लगातार जागरुक किया जा रहा है. इस विषय को जन आंदोलन का रुप दिया जा रहा है और विशेष जागरुकता अभियान के तहत 158 से ज्यादा गांवों में जागरुकता शिविरों का आयोजन किया जा चुका है. इतना ही नहीं हजारों लोगों को कार्यक्रमों के साथ जोड़ा जा चुका है. सरकार और प्रशासन का प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति फसल अवशेषों में आग न लगाए बल्कि फसल अवशेषों का प्रबंधन करके लाभ कमाए. इन प्रयासों के बावजूद जिन लोगों ने सरकार के आदेशों की अवहेलना की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी अमल में लाई गई है.
उन्होंने कहा कि हरसेक के माध्यम से 25 और अन्य 8 माध्यमों से 33 जगहों पर फसल अवशेषों में आग लगाने की सूचना (crop residue fire) मिली. इन सूचनाओं के आधार पर कृषि विभाग की टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया तो 25 जगहों पर फसल अवशेषों में आग लगाने की पुष्टि हुई और 8 जगहों का पता नहीं लग पाया. कृषि विभाग के अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए न केवल किसानों को सरकार की योजना के प्रति जागरुक किया और साथ में ही 25 लोगों का चालान भी किया. इन लोगों पर 62,500 रुपए का जुर्माना भी लगाया (Fine for burning crop residue) गया है. उन्होंने कहा कि जिला कुरुक्षेत्र में 10 अक्टूबर 2022 तक मशीनों के माध्यम से व्यक्तिगत और सीएचसी स्तर पर 37,410 बेलर बनाए गए हैं और 870 सुपर एसएमएस बनाए गए हैं. जिले में 194 किसानों ने 1187.68 एकड़ जमीन पर फसल अवशेष का प्रबंधन करने पर किसानों को 1 लाख 18 हजार 768 रुपए का लाभ भी दिया है.