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किसानों पर लाठीचार्ज के बाद महासंग्राम, घरौंडा में जुटे हजारों किसान

करनाल में किसानों पर पुलिस की बर्बरता को लेकर अभी किसानों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है. सरकार और पुलिस को झुकाने के लिए अब किसान अगली रणनीति बना रहे हैं. इसी को लेकर करनाल के घरौंडा में किसानों की महापंचायत जारी है.

farmers Mahapanchayat Today In Gharaunda Of Karnal
किसानों पर लाठीचार्ज के बाद महासंग्राम, आज करनाल के घरौंडा में जुटेंगे हजारों किसान
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Published : Aug 30, 2021, 9:10 AM IST

Updated : Aug 30, 2021, 12:52 PM IST

करनाल: हरियाणा में किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज (Lathi Charge on Farmers) का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. गुस्साए किसान अब करनाल के घरौंडा में महापंचायत (Maha panchayat in Karnal) कर रहे हैं. जिसकी अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Charuni) कर रहे हैं. इस दौरान महापंचायत में किसान संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी खास तौर पर शामिल होंगे.

करनाल के घरौंडा में होने वाली इस महापंचायत (Maha panchayat in Karnal) में प्रदेश के 17 किसान संगठनों के शामिल होने की खबर है. इस दौरान 28 अगस्त को बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध के लिए अगली रणनीति तैयार की जाएगी. इस महापंचायत को लेकर किसान रातभर तैयारी में जुटे रहे. किसानों की इस महापंचायत में प्रदेशभर से करीब 10 हजार से ज्यादा किसानों के पहुंचने की संभावना है.

किसानों के ऊपर हुए लाठीचार्ज पर जानें गुरनाम चढूनी ने क्या कहा

क्या है पूरा मामला?: दरअसल 28 अगस्त को पंचायती चुनाव को लेकर बीजेपी की संगठन मीटिंग का आयोजन करनाल में किया गया था. इस दौरान किसी भी रास्ते से शहर में प्रवेश करने पर रोक लगाई गई थी. किसानों ने बीजेपी नेताओं को काले झंडे दिखाकर विरोध जताने की तैयारी की थी. इसके लिए वे शहर में आना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घुसने नहीं दिया.

ये भी पढ़ें- किसान लाठीचार्ज: SDM ने दिया आदेश, 'सीधे लट्ठ मारना, सिर फोड़ देना, कोई डायरेक्शन की जरुरत नहीं', देखिए ये वीडियो

ऐसे में किसानों ने टोल से ही बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को काले झंडे दिखाए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कुछ समय के बाद दूसरे नेताओं का विरोध जताने के लिए किसानों ने टोल की क्रॉसिंग पर जाम लगा दिया. जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान बचने के लिए किसान खेतों में भागने लगे, लेकिन पुलिस जवानों ने खेतों में भी किसानों का पीछा किया और लाठी-डंडों से उनकी पिटाई की. इसके बाद माहौल गरमा गया.

गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने विरोध जताते हुए पूरे प्रदेश में किसानों से अपील करके जाम लगवा दिया. चढूनी की अपील पर जब तक किसानों को रिहा नहीं किया गया, तब तक किसानों ने प्रदेशभर में लगाए जामों को नहीं खोला, लेकिन अभी किसान मांग कर रहे हैं कि लाठीचार्ज का आदेश देने वाले करनाल एसडीएम को बर्खास्त किया जाए. इसी कड़ी में आज करनाल के घरौंडा में किसानों की महापंचायत हो रही है. जिसमें किसान सरकार के खिलाफ आगे की रणनीति तैयार करेंगे.

ये भी पढ़ें- 'करनाल का एसडीएम सरकारी तालिबानियों का कमांडर, नक्सली क्षेत्र में हो पोस्टिंग'

करनाल: हरियाणा में किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज (Lathi Charge on Farmers) का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. गुस्साए किसान अब करनाल के घरौंडा में महापंचायत (Maha panchayat in Karnal) कर रहे हैं. जिसकी अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Charuni) कर रहे हैं. इस दौरान महापंचायत में किसान संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी खास तौर पर शामिल होंगे.

करनाल के घरौंडा में होने वाली इस महापंचायत (Maha panchayat in Karnal) में प्रदेश के 17 किसान संगठनों के शामिल होने की खबर है. इस दौरान 28 अगस्त को बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध के लिए अगली रणनीति तैयार की जाएगी. इस महापंचायत को लेकर किसान रातभर तैयारी में जुटे रहे. किसानों की इस महापंचायत में प्रदेशभर से करीब 10 हजार से ज्यादा किसानों के पहुंचने की संभावना है.

किसानों के ऊपर हुए लाठीचार्ज पर जानें गुरनाम चढूनी ने क्या कहा

क्या है पूरा मामला?: दरअसल 28 अगस्त को पंचायती चुनाव को लेकर बीजेपी की संगठन मीटिंग का आयोजन करनाल में किया गया था. इस दौरान किसी भी रास्ते से शहर में प्रवेश करने पर रोक लगाई गई थी. किसानों ने बीजेपी नेताओं को काले झंडे दिखाकर विरोध जताने की तैयारी की थी. इसके लिए वे शहर में आना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घुसने नहीं दिया.

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ऐसे में किसानों ने टोल से ही बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को काले झंडे दिखाए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कुछ समय के बाद दूसरे नेताओं का विरोध जताने के लिए किसानों ने टोल की क्रॉसिंग पर जाम लगा दिया. जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान बचने के लिए किसान खेतों में भागने लगे, लेकिन पुलिस जवानों ने खेतों में भी किसानों का पीछा किया और लाठी-डंडों से उनकी पिटाई की. इसके बाद माहौल गरमा गया.

गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने विरोध जताते हुए पूरे प्रदेश में किसानों से अपील करके जाम लगवा दिया. चढूनी की अपील पर जब तक किसानों को रिहा नहीं किया गया, तब तक किसानों ने प्रदेशभर में लगाए जामों को नहीं खोला, लेकिन अभी किसान मांग कर रहे हैं कि लाठीचार्ज का आदेश देने वाले करनाल एसडीएम को बर्खास्त किया जाए. इसी कड़ी में आज करनाल के घरौंडा में किसानों की महापंचायत हो रही है. जिसमें किसान सरकार के खिलाफ आगे की रणनीति तैयार करेंगे.

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Last Updated : Aug 30, 2021, 12:52 PM IST
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