करनाल: पिपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर इन्द्री की अनाज मंड़ी में गौ रक्षा दल, भारतीय किसान यूनियन और आढ़तियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया. युवा नेताओ ने कहा की किसानों पर दर्ज हुए मुकद्दमों को वापिस लिया जाए नहीं तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे.
इन्द्री में गौ रक्षा दल के प्रधान सचिन शांडि़ल्य और भारतीय किसान यूनियन के मनजीत चौंगावा ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर 10 सिंतबर को पिपली किसान रैली में शामिल होने जा रहे बेकसूर किसानों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की वो निंदा करते हैं.
उन्होंने कहा कि इसके विरोध स्वरूप आज इन्द्री की अनाज मंड़ी में मंड़ी आढ़तियों और मजदूरों के साथ मिलकर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार ने इन किसानों को भगा-भगा कर लाठियों से पीटा और दूसरी ओर किसानों पर ही केस दर्ज किए गए.
किसान नेताओं ने कहा कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एक तरफ तो अपने आप को किसानों का मसीहा कहते है. वहीं उन्हीं की सरकार के लोग किसानों को पीट रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के कफन में कील ठोंकने का काम किया है .किसान नेताओं ने कहा कि क्या लोकतंत्र में अपने हकों के लिए आवाज उठाना भी जायज नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार कोरोना महामारी के दौरान किसानों से पांच किलों अनाज लेने की मांग तो करती है. लेकिन उन्हीं किसानों द्वारा अपनी आवाज उठाने पर ड़ंडे मारने से पीछे नहीं हटती है.
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उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला ने विधानसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ प्रचार कर वोट हासिल किए और अब उसी बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गए हैं. उन्होंने कहा कि यदि उनकी इस सरकार में नहीं चलती है तो वो अपनी कुर्सी छोड़ क्यों नहीं देते. उन्होंने कहा कि सरकार ने जो तीन अध्यादेश लागू किए हैं वो किसानों के हक में नहीं है.