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करनाल: ग्रामीण क्षेत्रों में पांव पसार रहा डेंगू, अस्पतालों में लगा मरीजों का तांता - करनाल में डेंगू के 16 केस

सीएम सिटी करनाल में आए दिन डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. यहां के अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा हुआ है.

dengue in karnal
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Published : Nov 14, 2019, 3:04 PM IST

करनाल: जिले के ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू पांव पसार रहा है. यही कारण है एक के बाद एक डेंगू के 16 केस सामने आ चुके हैं. इनमें से करीब 10 केस ग्रामीण क्षेत्र के हैं. शहर में अस्पतालों की बात करें तो संदिग्ध डेंगू के मरीजों की लाइन लगी हुई है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ठंड होने पर मच्छरों की संख्या कम होगी, लेकिन लोगों के अंदर डेंगू का खौफ बरकरार है. विभाग के अनुसार 50 डेंगू के संदिग्ध मरीजों का एलाइजा टेस्ट कराया गया था, जिनमें यह 16 केस पॉजिटिव आए हैं. अन्य की सेंपल रिपोर्ट आना अभी बाकी हैं.

ग्रामीण क्षेत्रों में पांव पसार रहा डेंगू.

स्वास्थ्य विभाग डेंगू-लारवा की कर रहा जांच
करनाल में डेंगू लारवा के लिए स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें घर-घर जाकर डेंगू के लारवा की जांच कर रही हैं. जून से अभी तक टीमों ने 45,578 से ज्यादा घरों में जाकर पानी की टंकी, कूलर, गमले आदि की चेकिंग की है. जिन घरों में डेंगू का लारवा मिला है उन्हें नोटिस भी दिए गए हैं.

करनाल पीएमओ अश्विनी अहूजा ने बताया कि सभी प्राइवेट अस्पताल और लैब में डेंगू टेस्ट का रेट सरकार द्वारा ₹600 निर्धारित किया गया है. सभी प्राइवेट अस्पताल और प्राइवेट लैब संचालकों को डेंगू टेस्ट के निर्धारित रेट की लिस्ट सार्वजनिक चस्पा करने के पहले ही निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि निजी अस्पताल और लेब में दूसरे कार्ड द्वारा डेंगू टेस्ट किया जाता है जो कि कंफर्म टेस्ट नहीं है. सिर्फ और सिर्फ अलीजा टेस्ट द्वारा ही डेंगू को कंफर्म किया जा सकता है जो कि सरकारी अस्पताल में बिल्कुल निशुल्क किया जाता है.

लोग मच्छरों से ज्यादा परेशान
ग्रामीण क्षेत्र में मच्छरों की भरमार है यही कारण है कि डेंगू के केस ग्रामीण क्षेत्र में अधिक हैं, क्योंकि जिले के कुछ गांव को छोड़कर अन्य गांव में फॉगिंग ही नहीं हुई. इस कारण लोग मच्छरों से ज्यादा परेशान हैं.

ये भी पढ़ें: चोरों ने कार का गेट और लॉक तोड़ा फिर भी नहीं कर पाए चोरी, CCTV में कैद वारदात

करनाल: जिले के ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू पांव पसार रहा है. यही कारण है एक के बाद एक डेंगू के 16 केस सामने आ चुके हैं. इनमें से करीब 10 केस ग्रामीण क्षेत्र के हैं. शहर में अस्पतालों की बात करें तो संदिग्ध डेंगू के मरीजों की लाइन लगी हुई है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ठंड होने पर मच्छरों की संख्या कम होगी, लेकिन लोगों के अंदर डेंगू का खौफ बरकरार है. विभाग के अनुसार 50 डेंगू के संदिग्ध मरीजों का एलाइजा टेस्ट कराया गया था, जिनमें यह 16 केस पॉजिटिव आए हैं. अन्य की सेंपल रिपोर्ट आना अभी बाकी हैं.

ग्रामीण क्षेत्रों में पांव पसार रहा डेंगू.

स्वास्थ्य विभाग डेंगू-लारवा की कर रहा जांच
करनाल में डेंगू लारवा के लिए स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें घर-घर जाकर डेंगू के लारवा की जांच कर रही हैं. जून से अभी तक टीमों ने 45,578 से ज्यादा घरों में जाकर पानी की टंकी, कूलर, गमले आदि की चेकिंग की है. जिन घरों में डेंगू का लारवा मिला है उन्हें नोटिस भी दिए गए हैं.

करनाल पीएमओ अश्विनी अहूजा ने बताया कि सभी प्राइवेट अस्पताल और लैब में डेंगू टेस्ट का रेट सरकार द्वारा ₹600 निर्धारित किया गया है. सभी प्राइवेट अस्पताल और प्राइवेट लैब संचालकों को डेंगू टेस्ट के निर्धारित रेट की लिस्ट सार्वजनिक चस्पा करने के पहले ही निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि निजी अस्पताल और लेब में दूसरे कार्ड द्वारा डेंगू टेस्ट किया जाता है जो कि कंफर्म टेस्ट नहीं है. सिर्फ और सिर्फ अलीजा टेस्ट द्वारा ही डेंगू को कंफर्म किया जा सकता है जो कि सरकारी अस्पताल में बिल्कुल निशुल्क किया जाता है.

लोग मच्छरों से ज्यादा परेशान
ग्रामीण क्षेत्र में मच्छरों की भरमार है यही कारण है कि डेंगू के केस ग्रामीण क्षेत्र में अधिक हैं, क्योंकि जिले के कुछ गांव को छोड़कर अन्य गांव में फॉगिंग ही नहीं हुई. इस कारण लोग मच्छरों से ज्यादा परेशान हैं.

ये भी पढ़ें: चोरों ने कार का गेट और लॉक तोड़ा फिर भी नहीं कर पाए चोरी, CCTV में कैद वारदात

Intro:जिले के ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू पांव पसार रहा ,यही कारण है एक के बाद एक डेंगू के 16 केस आ चुके हैं सामने ,इसमें करीब 10 केस ग्रामीण क्षेत्र के, शहर में अस्पतालों की बात करें तो संदिग्ध डेंगू के मरीज करवा रहे हैं अपना इलाज और अधिकतर मरीज अस्पतालों में दाखिल ,हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना कि ठंड होने पर मच्छरों की संख्या होगी कम ,लोगों के अंदर डेंगू का खौफ बरकरार, विभाग के अनुसार 50 डेंगू के संदिग्ध मरीजों को कराया गया है अलीजा टेस्ट ,16 केस आए हैं अब तक पॉजिटिव, अन्य लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आनी अभी बाकी ।


Body:करनाल में डेंगू लावा के लिए स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें घर-घर जाकर डेंगू के लारवा की जांच कर रही हैं । जून से अभी तक टीमों ने 45578 से ज्यादा घरों में जाकर पानी की टंकी कूलर गमले आदि की चेकिंग की है । जिन घरों में डेंगू का लारवा मिला है तो उन्हें नोटिस भी दिए गए हैं । करनाल पीएमओ अश्विनी अहूजा ने बताया कि सभी प्राइवेट अस्पताल और लैब में डेंगू अलीजा टेस्ट का रेट सरकार द्वारा ₹600 निर्धारित किया गया है । सभी प्राइवेट अस्पताल और प्राइवेट लैब संचालकों को डेंगू एलाइजा टेस्ट के निर्धारित रेट की लिस्ट सार्वजनिक चस्पा करने के पहले ही निर्देश दिए गए हैं । इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि निजी अस्पताल और लेबोरेटरी में दूसरे कार्ड द्वारा डेंगू टेस्ट किया जाता है जो कि कंफर्म टेस्ट नहीं है । सिर्फ और सिर्फ अलीजा टेस्ट द्वारा ही डेंगू को कंफर्म किया जा सकता है जो कि सरकारी अस्पताल में बिल्कुल निशुल्क किया जाता है ।

ग्रामीण क्षेत्र में मच्छरों की भरमार है यही कारण है कि डेंगू के केस ग्रामीण क्षेत्र में अधिक है क्योंकि जिले के कुछ गांव को छोड़कर अन्य गांव में फागिंग की नहीं हुई है इस कारण लोग मच्छरों से ज्यादा परेशान है हालांकि ठंडा मौसम होने के कारण अब राहत मिल सके गांव में पानी की निकासी नहीं होने के कारण पानी जमा रहता है इसी के कारण मच्छर पनपते है ।




Conclusion:विवाह के पास 50 संदिग्ध डेंगू के मरीजों के सैंपल आए थे जिनका अलीजा टेस्ट कराया गया है उनमें से 16 केस पॉजिटिव मिले हैं। लार्वा एक्टिविटी भी करा दी है इसके साथ ही लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है ।

बाईट - अश्वनी आहूजा - पीएमओ
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