करनाल: मुख्य सचिव विजय वर्धन ने सोमवार को ओवरलॉडिंग को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चंडीगढ़ से सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ बैठक की और उचित दिशा निर्देश दिए. मुख्य सचिव से मिले निर्दशों को लेकर उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि जिले के साथ लगती सीमाओं की तरफ से यदि किसी भी प्रकार की क्रशड सामग्री आती है तो उसकी नियमित रूप से जांच होनी चाहिए.
सम्बन्धित वाहन तथा बिल में दर्शाई गई सामग्री क्षमता से अधिक नहीं होनी चाहिए और यदि ऐसा पाया जाता है तो सम्बन्धित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जानी चाहिए. उपायुक्त ने चंडीगढ़ से मुख्य सचिव विजय वर्धन द्वारा ओवरलोडिंग और प्रोपर बिल सम्बन्धी विषय को लेकर आयोजित में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को देखने और सुनने के बाद सम्बन्धित अधिकारियों को मूल विषय पर आवश्यक निर्देश दिए.
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बैठक में उपायुक्त ने आरटीए वीना हुड्डा को निर्देश दिए कि वे समय-समय पर साथ लगते जिलों की सीमाओं पर चैकिंग अभियान चलाएं. उन्होंने कहा कि जो भी वाहन पड़ोसी राज्यों से आते हैं, उनको नियमित रूप से चैक करने की जरूरत है.
बिल के अनुसार सामान होना चाहिए. यदि इससे ज्यादा पाया जाता है तो निर्धारित मापदंड के तहत सम्बन्धित अधिकारी कार्रवाई अमल में लाएं. इस बात का पूरा ध्यान रखा जाये कि कहीं भी ओवरलोडिंग न हो चूंकि इसके कारण दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाना अति आवश्यक है.
बहरहाल जिले में दिन रात ओवरलोडिंग का सिलसिला तो जारी है, अब धुंध का मौसम भी सिर पर है जिससे लगातार दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. फिलहाल मुख्य सचिव विजय वर्धन द्वारा ओवरलोडिंग को लेकर दिए गए निर्देश पर प्रशासन क्या कार्रवाई अमल में लाता है ये देखने बाली बात होगी.
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