जींद: हिमाचल में कुमारहट्टी के पास चार मंजिला इमारत गिर गई और इस हादसे में जींद के सूबेदार बलविंदर सिंह शहीद हो गए. उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास जींद पहुंचा. जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई.
लोगों का लगा तांता
जब शहीद बलविंदर की अंतिम यात्रा उनके पैतृक गांव से निकली, तो हर आंखें नम थीं, हर चेहरे पर उदासी थी. शहीद जवान की शहादत में शामिल होने के लिए पूरा गांव इकट्ठा हो गया, लोगों का तांता लग गया.
11 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि
इस सबमें एक ऐसी भी तस्वीर थी जिसने हर किसी को विचलीत कर दिया. जो उम्र मां-बाप का हाथ पकड़ कर खेलने कूदने और पढ़ने के लिए होती है उस उम्र में शहीद बलविंदर के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी.
'सब कुछ खत्म हो गया'
इस दौरान असम रेजिमेंट से पार्थिक शरीर के साथ आए रामभज सिंह ने बताया कि असम रेजिमेंट के अधिकतर नायब और सूबेदार एक ही होटल में टी पार्टी करने के लिये रुके थे. लेकिन अचनाक एक भूचाल आया और सब कुछ खत्म हो गया.