जींद: प्रदेशभर में लॉकडाउन के दौरान फंसे प्रवासी मजदूरों को लगातार उनके गृह राज्य भेजने का काम किया जा रहा है. जींद से भी प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजने की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान करीब 1 हजार प्रवासी मजदूर जींद में फंसे हुए थे. जिन्हें सरकार और प्रशासन की सहायता से उनके गृह राज्य के लिए बसों में रवाना किया गया.
जींद से 834 प्रवासी मजदूरों को रोडवेज की 25 बसों में बैठाकर उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के लिए रवाना कर दिया गया. वहीं 5 बसों से 150 प्रवासी मजदूरों को रोहतक भेजा गया ताकि वहां से स्पेशल श्रमिक ट्रेन की सहायता से उन्हें उनके गृह राज्य भेजा जा सके. पिछले 20 दिनों में 10 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूर जींद से पलायन कर चुके हैं.
जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र सिंह हुड्डा, तहसीलदार मनोज अहलावत, डीएसपी पुष्पा खत्री, डीएसपी धर्मबीर खर्ब, रोडवेज ड्यूटी इंस्पेक्टर कृष्ण पूनिया ने एकलव्य स्टेडियम में रोडवेज की 30 बसें बुलाई और इनमें प्रवासी मजदूरों को बैठाकर बुलंदशहर के लिए रवाना किया गया. जानें से पहले सभी प्रवासी मजदूरों का मेडिकल चेकअप किया गया.
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बता दें कि प्रत्येक बस में 35 से 40 प्रवासी मजदूरों को बैठाया गया था. वहीं रोडवेज की बसें कम पड़ने पर प्रशासन ने निजी बसों का सहारा लिया. वहीं आने वाले दिनों में कृषि कार्य और उद्योग धंधे शुरू होंगे तो ऐसे में लेबर ढूंढने से भी नहीं मिलेगी क्योंकि जिले से हर रोज प्रवासी मजदूर पलायन कर रहे हैं. पिछले 20 दिनों में 10 हजार से ज्यादा प्रवासी जींद से पलायन कर चुके हैं.