जींद: नागरिक अस्पताल में एक महीने में 400 से ज्यादा महिलाओं की डिलीवरी होती है. डिलीवरी के लिए आई महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाना अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है लेकिन पिछले 1 साल से इन जच्चाओं को रेडीमेड खाना देकर काम चलाया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से 100 रु प्रति जच्चा बजट अस्पताल प्रशासन को दिया जाता है. नियम ये है कि अब अस्पताल में हर जच्चा को जब तक वह दाखिल रहे उसे पौष्टिक भोजन स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा. जो भोजन करवाया जाएगा उसमें खासतौर पर आयरन और पौष्टिक होना बहुत जरूरी है लेकिन जींद सिविल अस्पताल में करीब 1 साल से स्वास्थ्य विभाग की इस योजना पर विराम लगा है.
ये भी पढ़ें- कृषि मंत्री ने किया कुरुक्षेत्र में बने दूसरे पैक हाउस का शुभारंभ, 7 करोड़ की लागत से हुआ तैयार
सीएमओ जय भगवान का कहना है कि पिछले करीब 1 साल से जींद सिविल हॉस्पिटल में कुक नहीं है. अब जच्चा को दूध बिस्किट आदि देकर काम चलाया जा रहा है और हर रोज एक जच्चा के ऊपर 100 रु का भोजन पर खर्च किया जाता है. जल्द ही हम जच्चा को पौष्टिक खाना देने का काम करेंगे.
हालांकि सिविल अस्पताल में आउटसोर्सिंग के टेंडर में कुक रखने का प्रावधान है लेकिन इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ. अस्पताल प्रशासन का यह रवैया कहीं ना कहीं अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा बजट 2020: जानिए सरकार से क्या है सिरसा की जनता की उम्मीदें ?