जींद: जुलाना के गांव किलाजफरगढ़ में बैठे किसानों के रेल ट्रैक जाम करने और रेल रोकने के अल्टीमेटम के बाद से ही प्रशासन हरकत में है. हालांकि, किसानों द्वारा अभी रेल रोकने का कार्यक्रम टाल दिया गया है लेकिन एहतियात के तौर पर प्रशासन ने कमर कस रखी है.
बता दें कि गांव किलाजफरगढ़ में 76 दिनों से 8 गांव के किसान धरने पर बैठे हुए हैं. ये किसान नेशनल हाइवे नंबर 152डी के तहत अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा मार्केट रेट पर देने की मांग कर रहे हैं. किसानों ने संसद घेराव की चेतावनी भी दी है. संसद घेराव की जिम्मेदारी 224 महिला संगठनों ने ली है. 224 महिला संगठनों, 185 किसान संगठनों व 3782 गांवों का समर्थन मिल चुका है.