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आपने मरीज रेफर होते सुने होंगे लेकिन यहां शव भी किया गया रेफर, जानिए पूरा मामला

सोमवार को गीता के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रेफर किया गया था. मंगलवार को जब पीजीआई रोहतक के चिकित्सकों ने शव को देखा तो शव को यह कहकर जींद के सिविल अस्पताल वापस भेज दिया कि इस शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भेजना सरासर गलत था.

Dead body Refer to rohtak from jind hospital for postmortem
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Published : Nov 5, 2019, 7:57 PM IST

Updated : Nov 5, 2019, 8:32 PM IST

जींद: अब तक जींद के सिविल अस्पताल से मरीज ही उपचार के लिए पीजीआई रोहतक रेफर होते थे, अब बिना वजह शव भी पोस्टमार्टम के लिए गलत तरीके से पीजीआई रोहतक रेफर होने लगे हैं.

शव को किया गया रेफर

ऐसा ही कुछ निडाना गांव की गीता के शव के साथ हुआ. सोमवार को गीता के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रेफर किया गया था. मंगलवार को जब पीजीआई रोहतक के चिकित्सकों ने शव को देखा तो शव को यह कहकर जींद के सिविल अस्पताल वापस भेज दिया कि इस शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भेजना सरासर गलत था.

पोस्टमार्टम के लिए डेड बॉडी को जींद से रोहतक अस्पताल किया गया रेफर, देखें वीडियो

शव को वापस जींद भेजा गया
जींद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और चिकित्सक की इस मनमानी का शिकार गीता का परिवार हुआ, 2 दिन तक गीता के शव को महज पोस्टमार्टम करवाने के लिए पहले गांव से जींद के सिविल अस्पताल लाया गया लेकिन सिविल अस्पताल ने शव को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया. पीजीआई रोहतक में भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ तो मंगलवार दोपहर बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए फिर जींद के सिविल अस्पताल वापस लेकर आए. अंत में पोस्टमार्टम जींद के सिविल अस्पताल में ही हुआ.

परिजनों ने चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग की

परेशान परिजनों ने उस चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिस चिकित्सक ने सोमवार को गीता के शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया था और शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रेफर किया था.

ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक निडाना गांव के चांद की पत्नी गीता की सोमवार सुबह मौत हो गई थी. परिजनों ने शव को जींद के सिविल अस्पताल पहुंचाया था और पुलिस को भी गीता की मौत की सूचना दी थी. जुलाना थाना पुलिस ने गीता के शव के पोस्टमार्टम के लिए स्वास्थ्य विभाग को कागजात सौंप दिए थे.

गीता के शव के पोस्टमार्टम को लेकर सिविल अस्पताल के मैडीकल अफसर डॉ.विवेक की ड्यूटी लगी थी. डॉ. विवेक ने शव का पोस्टमार्टम करने से मना करते हुए शव को पीजीआई रोहतक पोस्टमार्टम के लिए रेफर कर दिया था.

सीएमओ ने दी सफाई

इस बारे में सीएमओ शशी प्रभा से जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में एक महिला की डेड बॉडी लाया गया था जिसके पोस्टमार्टम को लेकर हमने एक्सपर्ट ऑपिनियन के लिए रोहतक भेज दिया था हमें डाउट था कि इस महिला के परिजन दोनों पक्ष अलग-अलग बयान दे रहे थे. रोहतक से पोस्टमार्टम के लिए यहां वापस भेज दिया गया और उन्होंने कहा कि बॉडी सही है कोई डैमेज नहीं इसका पोस्टमार्टम जींद में ही होगा, अब पोस्टमार्टम करवा दिया गया है और मामला निपट गया है.

ये भी पढ़ें- किरण चौधरी ने सरकार के विजन पर उठाए सवाल, बोलीं- स्वार्थ के लिए बनाई गठबंधन की सरकार

जींद: अब तक जींद के सिविल अस्पताल से मरीज ही उपचार के लिए पीजीआई रोहतक रेफर होते थे, अब बिना वजह शव भी पोस्टमार्टम के लिए गलत तरीके से पीजीआई रोहतक रेफर होने लगे हैं.

शव को किया गया रेफर

ऐसा ही कुछ निडाना गांव की गीता के शव के साथ हुआ. सोमवार को गीता के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रेफर किया गया था. मंगलवार को जब पीजीआई रोहतक के चिकित्सकों ने शव को देखा तो शव को यह कहकर जींद के सिविल अस्पताल वापस भेज दिया कि इस शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भेजना सरासर गलत था.

पोस्टमार्टम के लिए डेड बॉडी को जींद से रोहतक अस्पताल किया गया रेफर, देखें वीडियो

शव को वापस जींद भेजा गया
जींद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और चिकित्सक की इस मनमानी का शिकार गीता का परिवार हुआ, 2 दिन तक गीता के शव को महज पोस्टमार्टम करवाने के लिए पहले गांव से जींद के सिविल अस्पताल लाया गया लेकिन सिविल अस्पताल ने शव को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया. पीजीआई रोहतक में भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ तो मंगलवार दोपहर बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए फिर जींद के सिविल अस्पताल वापस लेकर आए. अंत में पोस्टमार्टम जींद के सिविल अस्पताल में ही हुआ.

परिजनों ने चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग की

परेशान परिजनों ने उस चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिस चिकित्सक ने सोमवार को गीता के शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया था और शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रेफर किया था.

ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक निडाना गांव के चांद की पत्नी गीता की सोमवार सुबह मौत हो गई थी. परिजनों ने शव को जींद के सिविल अस्पताल पहुंचाया था और पुलिस को भी गीता की मौत की सूचना दी थी. जुलाना थाना पुलिस ने गीता के शव के पोस्टमार्टम के लिए स्वास्थ्य विभाग को कागजात सौंप दिए थे.

गीता के शव के पोस्टमार्टम को लेकर सिविल अस्पताल के मैडीकल अफसर डॉ.विवेक की ड्यूटी लगी थी. डॉ. विवेक ने शव का पोस्टमार्टम करने से मना करते हुए शव को पीजीआई रोहतक पोस्टमार्टम के लिए रेफर कर दिया था.

सीएमओ ने दी सफाई

इस बारे में सीएमओ शशी प्रभा से जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में एक महिला की डेड बॉडी लाया गया था जिसके पोस्टमार्टम को लेकर हमने एक्सपर्ट ऑपिनियन के लिए रोहतक भेज दिया था हमें डाउट था कि इस महिला के परिजन दोनों पक्ष अलग-अलग बयान दे रहे थे. रोहतक से पोस्टमार्टम के लिए यहां वापस भेज दिया गया और उन्होंने कहा कि बॉडी सही है कोई डैमेज नहीं इसका पोस्टमार्टम जींद में ही होगा, अब पोस्टमार्टम करवा दिया गया है और मामला निपट गया है.

ये भी पढ़ें- किरण चौधरी ने सरकार के विजन पर उठाए सवाल, बोलीं- स्वार्थ के लिए बनाई गठबंधन की सरकार

Intro:

जींद
अबतक जींद के सिविल अस्पताल से मरीज ही उपचार के लिए पीजीआई रोहतक रैफर होते थे, अब बिना वजह शव भी पोस्टमार्टम के लिए गलत तरीके से पीजीआई रोहतक रैफर होने लगे हैं। ऐसा ही कुछ निडाना गांव की गीता के शव के साथ हुआ। सोमवार को गीता के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रैफर किया गया था। आज जब पीजीआई रोहतक के चिकित्सकों ने शव को देखा तो शव को यह कहकर जींद के सिविल अस्पताल वापस भेज दिया कि इस शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भेजना सरासर गलत था। जींद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और चिकित्सक की इस मनमानी का शिकार गीता का परिवार हुआ, 2 दिन तक गीता के शव को महज पोस्टमार्टम करवाने के लिए पहले गांव से जींद के सिविल अस्पताल लाया। सिविल अस्पताल से शव को पीजीआई रोहतक लेकर गए। वहां भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ तो मंगलवार दोपहर बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए फिर जींद के सिविल अस्पताल वापस लेकर आए। अंत में पोस्टमार्टम जींद के सिविल अस्पताल में ही हुआ। परेशान परिजनों ने उस चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिस चिकित्सक ने सोमवार को गीता के शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया था और शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रैफर किया था।



Body:ये है पूरा मामला

निडाना गांव के चांद की पत्नी गीता की सोमवार सुबह मौत हो गई थी। परिजनों ने शव को जींद के सिविल अस्पताल पहुंचाया था और पुलिस को भी गीता की मौत की सूचना दी थी। जुलाना थाना पुलिस ने गीता के शव के पोस्टमार्टम के लिए स्वास्थ्य विभाग को कागजात सौंप दिए थे। गीता के शव के पोस्टमार्टम को लेकर सिविल अस्पताल के मैडीकल अफसर डा.विवेक की ड्यूटी लगी थी। डा. विवेक ने शव का पोस्टमार्टम करने से मना करते हुए शव को पीजीआई रोहतक पोस्टमार्टम के लिए रैफर कर दिया था। परिजन गीता के शव को लेकर पीजीआई रोहतक गए, आज गीता के परिजनों और जुलाना थाना पुलिस ने पीजीआई रोहतक के अधिकारियों और चिकित्सकों से गीता के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए कहा। जब पीजीआई के अधिकारियों ने गीता के शव को देखा और पुलिस द्वारा प्रस्तुत किए गए कागजात की जांच की, तब उन्होंने कागजात पर साफ लिख दिया कि गीता के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रैफर करना ही गलत था। इस पर परिजन और जुलाना पुलिस शव को पीजीआई रोहतक से जींद के सिविल अस्पताल वापस लेकर आई। जींद के सिविल अस्पताल में शव का मंगलवार सायं पोस्टमार्टम हुआ



इस दौरान गीता के पति चांद और 2 दिन से गीता के शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए परिजनों की मदद कर रहे प्रदेश कांग्रेस सचिव धर्मपाल कटारिया ने कहा कि जींद के सिविल अस्पताल के मैडीकल अफसर डा. विवेक और दूसरे अधिकारियों की मनमानी की सजा गरीब परिवार भुगत रहा है। सोमवार को बिना वजह शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक रैफर किया गया। पीजीआई रोहतक में शव लेकर पहुंचे तो वहां यह कहकर पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया गया कि शव को पीजीआई रोहतक रैफर करना ही गलत था। सिविल अस्पताल के चिकित्सकों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मनमानी की सजा उन्हें बिना वजह दी गई है। 

बाइट - धर्मपाल कटारिया, स्थानीय नेता

बारे में जब सीएमओ शशी प्रभा से जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में एक महिला की डेड बॉडी को लाया गया था जिसके पोस्टमार्टम को लेकर हमने एक्सपर्ट ऑपिनियन के लिए रोहतक भेज दिया था हमें डाउट था की इस महिला के परिजन दोनों पक्ष अलग-अलग बयान दे रहे थे रोहतक से पोस्टमार्टम के लिए यहां वापस भेज दिया गया और उन्होंने कहा कि बॉडी सही है कोई डैमेज नहीं इसका पोस्टमार्टम जींद में ही होगा, अब पोस्टमार्टम करवा दिया गया है और मामला निपट गया है

बाइट - शशिप्रभा अग्रवाल , सिविल सर्जन जींद


Conclusion:बड़ा सवाल :: जींद के नागरिक हस्पताल में कल और आज में ऐसा क्या नया हो गया जो कल डेड बॉडी का पोस्टमार्टम नहीं कर पाए और आज उसी डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कर दिया, साथ ही PGI रोहतक ने भी माना की डेड बॉडी को जींद से रोहतक गलत रेफर किया गया था, सिस्टम की कमी से गीता की डेड बॉडी 2 दिन तक हस्पतालो के चककर काटती रही

Last Updated : Nov 5, 2019, 8:32 PM IST
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