जींद: प्रदूषण बढ़ने के बाद एनजीटी के भट्ठा बन्द करने के आदेश के विरोध में भट्ठा मजदूरों ने नेहरु पार्क से लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया. इस दौरान मजदूरों ने भट्ठे चलाने के लिए एक मांग पत्र प्रधानमन्त्री के नाम व एक मांग पत्र हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के नाम जींद एसडीएम के माध्यम से भेजा.
इस विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता सयुंक्त रूप से लाल झंडा भट्ठा मजदूर यूनियन हरियाणा सम्बन्धित सीटू के जिला प्रधान सुरेश करसोला व भट्ठा संचालन एसोसिएशन के जिला प्रधान प्रवीन ढिल्लों ने की. बता दें कि भट्ठा मजदूरों के साथ-साथ भट्ठा मालिक भी इस फैसले के विरोध में हैं.
ये भी पढ़ेंः बारिश से होगा नए साल का स्वागत, अगले तीन दिन हरियाणा में पड़ेगी हाड़ कंपाने वाली ठंड
भट्ठा मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य उपप्रधान कामरेड रमेश चन्द्र ने बताया कि जींद जिले के सेकड़ों भट्ठों के मजदूर पिछले एक महीने से एनजीटी के आदेशों के कारण बेरोजगार हो गये. उन मजदूरों के परिवार आज के दिन भूखे मरने की कगार पर पहुंच गये हैं.
भट्ठा मजदूरों का कहना है कि भट्ठे से ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाली दिल्ली में अनेक फैक्ट्रियां चल रही हैं. हरियाणा राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड द्वारा 2017 में दिए गए आदेश के मुताबिक उच्च तकनीक द्वारा भट्ठे चलाए जा रहे हैं. दिल्ली में प्रदूषण का कारण दिल्ली का ही ट्रैफिक है. लंबे समय से हरियाणा के भट्ठे बंद है लेकिन फिर भी प्रदूषण कम नहीं हुआ. इसमें भट्ठे का क्या दोष है जबकि सरकार ने क्रेशर जोन सब खोल दिए हैं.
ये भी पढ़ेंः 'सेलिब्रेशन हब' में नए साल के जश्न पर सुरक्षा अलर्ट, दुर्गा शक्ति टीम के साथ भारी पुलिस बल तैनात