ETV Bharat / city

कोरोना ने बढ़ाई दूरी तो दुकानदारों ने सामान बेचने का निकाला ये तरीका

कोरोना महामारी (Coronavirus) की वजह से जहां दुनियाभर के व्यापार ठप हो गए तो वहीं हरियाणा के कुछ व्यापारियों ने इस समस्या का हल ढूंढ लिया है. व्यापारियों ने अब ऑनलाइन ग्रुप बनाकर अपने सामान को बेचना शुरू कर दिया है जिससे उनको फायदा होने लगा है.

hisar Shopkeepers selling goods online
कोरोना ने बढ़ाई दूरी तो दुकानदारों ने सामान बेचने का निकाला ये तरीका
author img

By

Published : Aug 16, 2021, 6:19 PM IST

Updated : Aug 17, 2021, 1:21 PM IST

हिसार: मार्च 2020 में आई कोरोना संक्रमण (Coronavirus) की पहली लहर ने दुनियाभर में व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया था और लॉकडाउन (lockdown) की वजह से कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं डेढ़ साल गुजर जाने बाद भी हालात लगभग वैसे ही है. लेकिन कुछ व्यापारी ऐसे भी है जिन्होंने व्यापार करने के तरीकों में बदलाव कर आगे बढ़ने की सोच ली है. हम बात कर रहे हैं हिसार के एक व्यापारी की जिनकी रेडीमेड गारमेंट्स और जूते बेचने की दूकान है.

इस हाईटेक जमाने में इंटरनेट का सही इस्तेमाल करते हुए ये दुकानदार फेसबुक (facebook), इंस्टाग्राम (Instagram) और व्हाट्सएप (Whatsapp) की मदद से ग्राहकों को सामान बेच रहे हैं. दुकान के मालिक का कहना है कि ऑनलाइन (online marketing) सामान बेचने में ज्यादा फायदा है. क्योंकि न कोरोना की चपेट में आने की टेंशन और न ही कोई उधार का झंझट. दुकानदारों का कहना है कि पिछले लंबे समय से लॉक डाउन की वजह से दुकानें बंद थी. कोरोना के चलते लोग भी बाजारों में आने से कतराते हैं. विशेष तौर पर रेडीमेड गारमेंट व्यवसाय के ज्यादातर ग्राहक युवा हैं.

कोरोना ने बढ़ाई दूरी तो दुकानदारों ने सामान बेचने का निकाला ये तरीका

ये भी पढ़ें: लॉकडाउन में चौपट हुआ फूलों का व्यापार, 90 फीसदी तक घटी सेल

ग्रामीण इलाकों से आने वाले छात्र जो कि स्कूल कॉलेज बंद होने की वजह से नहीं आ रहे हैं.अब उन्हें इंटरनेट के जरिए सामान बेचा जा रहा है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि होलसेल के डीलर भी हमें कपड़ों के वीडियो और फोटो बना कर भेज देते हैं. दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने अपने ग्राहकों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं साथ ही फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी पेज बनाकर लोगों को जोड़ा गया है. जैसे ही कोई नया स्टॉक या नए स्टाइल के कपड़े मार्केट में आते हैं उसके फोटो और वीडियो के साथ आकर्षक गाने लगाकर उन्हें इन प्लेटफॉर्म्स पर डाल दिया जाता है.

ये भी पढ़ें: सिर्फ कोरोना की दूसरी लहर ही नहीं, इन वजहों से भी आर्थिक मंदी से जूझ रहा टैक्सी कारोबार

जो लोग उसे देख कर रेट और साइज पूछते हैं तो उन्हें ऑनलाइन ही जवाब दिया जाता है. जिसके बाद जो लोग फोन नंबर के जरिए उनसे संपर्क कर सकते हैं. जो आसपास के कस्टमर होते हैं वो दुकान पर आकर कपड़े ले जाते हैं और दूरदराज के कस्टमर को कोरियर के जरिए भेज दिया जाता है.

hisar Shopkeepers selling goods online
लाकडाउन में आनलाइन सामान बेच रहे है दुकानदार

वहीं दुकान पर कपड़े खरीदने आए एक ग्राहक का कहना था कि ऑनलाइन से ज्यादा ऑफलाइन कपड़े खरीदने का फायदा है. क्योंकि उन्हें दुकान पर आकर कपड़े की क्वालिटी का भी पता चलता है और साइज का भी कोई मसला नहीं रहता. हालांकि दुकानदार ऑनलाइन व्यापार करना चाहते हैं. क्योंकि उन्हें सामान लेने के लिए शहर से बाहर भी नहीं जाना पड़ता और सामान बेचते समय उधार की भी कोई समस्या नहीं रहती क्योंकि ऑनलाईन के जरिए पेमेंट सीधा उनके अकाउंट में आती है.

हिसार: मार्च 2020 में आई कोरोना संक्रमण (Coronavirus) की पहली लहर ने दुनियाभर में व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया था और लॉकडाउन (lockdown) की वजह से कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं डेढ़ साल गुजर जाने बाद भी हालात लगभग वैसे ही है. लेकिन कुछ व्यापारी ऐसे भी है जिन्होंने व्यापार करने के तरीकों में बदलाव कर आगे बढ़ने की सोच ली है. हम बात कर रहे हैं हिसार के एक व्यापारी की जिनकी रेडीमेड गारमेंट्स और जूते बेचने की दूकान है.

इस हाईटेक जमाने में इंटरनेट का सही इस्तेमाल करते हुए ये दुकानदार फेसबुक (facebook), इंस्टाग्राम (Instagram) और व्हाट्सएप (Whatsapp) की मदद से ग्राहकों को सामान बेच रहे हैं. दुकान के मालिक का कहना है कि ऑनलाइन (online marketing) सामान बेचने में ज्यादा फायदा है. क्योंकि न कोरोना की चपेट में आने की टेंशन और न ही कोई उधार का झंझट. दुकानदारों का कहना है कि पिछले लंबे समय से लॉक डाउन की वजह से दुकानें बंद थी. कोरोना के चलते लोग भी बाजारों में आने से कतराते हैं. विशेष तौर पर रेडीमेड गारमेंट व्यवसाय के ज्यादातर ग्राहक युवा हैं.

कोरोना ने बढ़ाई दूरी तो दुकानदारों ने सामान बेचने का निकाला ये तरीका

ये भी पढ़ें: लॉकडाउन में चौपट हुआ फूलों का व्यापार, 90 फीसदी तक घटी सेल

ग्रामीण इलाकों से आने वाले छात्र जो कि स्कूल कॉलेज बंद होने की वजह से नहीं आ रहे हैं.अब उन्हें इंटरनेट के जरिए सामान बेचा जा रहा है. वहीं दुकानदारों का कहना है कि होलसेल के डीलर भी हमें कपड़ों के वीडियो और फोटो बना कर भेज देते हैं. दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने अपने ग्राहकों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं साथ ही फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी पेज बनाकर लोगों को जोड़ा गया है. जैसे ही कोई नया स्टॉक या नए स्टाइल के कपड़े मार्केट में आते हैं उसके फोटो और वीडियो के साथ आकर्षक गाने लगाकर उन्हें इन प्लेटफॉर्म्स पर डाल दिया जाता है.

ये भी पढ़ें: सिर्फ कोरोना की दूसरी लहर ही नहीं, इन वजहों से भी आर्थिक मंदी से जूझ रहा टैक्सी कारोबार

जो लोग उसे देख कर रेट और साइज पूछते हैं तो उन्हें ऑनलाइन ही जवाब दिया जाता है. जिसके बाद जो लोग फोन नंबर के जरिए उनसे संपर्क कर सकते हैं. जो आसपास के कस्टमर होते हैं वो दुकान पर आकर कपड़े ले जाते हैं और दूरदराज के कस्टमर को कोरियर के जरिए भेज दिया जाता है.

hisar Shopkeepers selling goods online
लाकडाउन में आनलाइन सामान बेच रहे है दुकानदार

वहीं दुकान पर कपड़े खरीदने आए एक ग्राहक का कहना था कि ऑनलाइन से ज्यादा ऑफलाइन कपड़े खरीदने का फायदा है. क्योंकि उन्हें दुकान पर आकर कपड़े की क्वालिटी का भी पता चलता है और साइज का भी कोई मसला नहीं रहता. हालांकि दुकानदार ऑनलाइन व्यापार करना चाहते हैं. क्योंकि उन्हें सामान लेने के लिए शहर से बाहर भी नहीं जाना पड़ता और सामान बेचते समय उधार की भी कोई समस्या नहीं रहती क्योंकि ऑनलाईन के जरिए पेमेंट सीधा उनके अकाउंट में आती है.

Last Updated : Aug 17, 2021, 1:21 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.