हिसार: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी में इस्तीफों का सिलसिला तेज हो गया है. अब हरियाणा कांग्रेस के नेता कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. कुलदीप बिश्नोई ने इस्तीफे का कारण लोकसभा चुनाव में हिसार से पार्टी प्रत्याशी अपने बेटे भव्य बिश्नोई की हार को बताया है. उन्होंने लंदन से ट्वीट कर ये जानकारी दी. कुलदीप बिश्नोई लंदन में अपने गले का इलाज करवाने गए हुए हैं. इस सप्ताह के अंत तक उनके स्वदेश लौटने की उम्मीद है.
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I handed over my resignation from the Working Committee to Rahul ji the day my son lost the LS election @sadhavi. I’ve never been power hungry, but have pursued politics rooted in morals and values. Our Party needs greater accountability at all levels. https://t.co/cDHCUIOqCX
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) July 3, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) July 3, 2019
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क्या लिखा कुलदीप बिश्नोई ने ?
कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैंने अपना इस्तीफा राहुल गांधी को भेज दिया है. जिस दिन मेरे बेटे ने हिसार से लोकसभा चुनाव हारा था, उस दिन से ही मैंने मन बना लिया था कि कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्यता से इस्तीफा दूंगा. उन्होंने लिखा है, मैं कभी पावर और पद का भूखा नहीं रहा. मैंने नैतिकता और मूल्यों में निहित राजनीति को हमेशा आगे बढ़ाया है.
2014 में दुष्यंत चौटाला से कुलदीप बिश्नोई हारे
उन्होंने अंत में लिखा कि कांग्रेस में सभी स्तरों पर अधिक जवाबदेही की आवश्यकता है, इसलिए वो इस्तीफा दे रहे हैं. गौरतलब है कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में हजकां-बीजेपी के हिसार से संयुक्त उम्मीदवार रहे कुलदीप बिश्नोई तब दुष्यंत चौटाला से हार गए थे. इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने 19 अप्रैल 2016 को अपनी पार्टी हजकां का कांग्रेस में विलय कर लिया था. तब से वो कांग्रेस में हैं.
विधानसभा चुनाव में भव्य बिश्नोई आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में भी पिछड़े
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में भी पिछड़ गए थे. आदमपुर कुलदीप बिश्नोई के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल का गढ़ रहा है. वहीं मौजूदा वक्त में कुलदीप बिश्नोई आदमपुर हलके से विधायक हैं. 52 साल में ये पहला मौका था जब आदमपुर से बिश्नोई परिवार के किसी सदस्य को करारी शिकस्त मिली. इसकी टीस उनकी जुबान पर तब आई जब चुनाव के बाद आदमपुर में जनसभा के दौरान उन्होंने भावानात्मक भाषण दिया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह को आदमपुर हलके से 59122 वोट मिले थे, जबकि भव्य बिश्नोई को 35895 वोट मिले थे.