हिसार: सिंधु घाटी सभ्यता के ऐतिहासिक नगर राखीगढ़ी (historical city Rakhigarhi) को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिलने जा रही है. सरकार की ओर से राखीगढ़ी में म्यूजियम का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें लगभग 5 हजार पुरानी हड़प्पा की कलाकृतियों को सहेजकर रखा जाएगा. राखीगढ़ी के पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होने से एक ओर जहां पर्यटन को बढ़ेगा वहीं हरियाणा के राजस्व में भी वृद्धि होगी.
टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को ऐतिहासिक स्थल राखीगढ़ी का दौरा (CM Manohar visit Rakhigarhi) किया. मुख्यमंत्री ने राखीगढ़ी में बन रहे संग्रहालय और अन्य विकास कार्यों का जायजा लिया. इसके बाद हरियाणा सीएम ने म्यूजियम और विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की. इस मौके पर पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और मंत्री देवेंद्र बबली भी मौजूद रहे. सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार, भारत सरकार और एएसआई से मिलकर राखीगढ़ी का ऐसा स्वरूप बनाया जाएगा, जिससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. लोग हमारी प्राचीन सभ्यता को देखें. उन्होंने कहा कि म्यूजियम जल्द ही तैयार हो जाएगा. म्यूजियम में खुदाई में निकले पुराने अवशेष भी रखे जाएंगे.
राखीगढ़ी में बना म्यूजियम: राखीगढ़ी में बन रहे इस म्यूजियम (Museum built in Rakhigarhi) में फोटोग्राफ्स लैब्स तैयार की गई है, जिनमें चित्रों के माध्यम से पर्यटक राखीगढ़ी के इतिहास को जान सकेंगे. इसके अलावा, म्यूजियम में किड्स जोन भी बनाया गया है. पहली बार हरियाणा में किसी म्यूजियम में किड्स जोन का निर्माण कराया गया है जिससे बच्चे भी खेल-खेल में अपने इतिहास को समझ सकें. इसके अलावा ओपन एयर थिएटर, गैलरी, पुस्तकालय का निर्माण भी कराया गया है.
साढ़े 5 किमी सड़क का होगा चौड़ीकरण: राखीगढ़ी से सामान तस्करी होने पर सीएम मनोहर ने कहा कि इससे निकलने वाला सामान राष्ट्रीय संपत्ति है. इसकी प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. उन्होंने कहा कि यहां हरियाणा पुलिस और एएसआई की संयुक्त सुरक्षा तैनात होगी. सीएम मनोहर ने कहा कि बिना पास के किसी भी व्यक्ति को जाने का परमीशन नहीं होगा. म्यूजिएम को लेकर सीएम मनोहर ने कहा कि एएसआई के साथ कुछ बातों को लेकर व्यवधान आ गया था लेकिन नवंबर में उस व्यवधान को दूर कर दिया गया. आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राखीगढ़ी की पहचान बनेगी. गैबीनगर से राखीगढ़ी तक लगभग साढ़े 5 किलोमीटर की सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा.
32 करोड़ की लागत से बना अत्याधुनिक संग्रहालय: केंद्र सरकार की ओर से देश में पर्यटन स्थलों और पांच ऐतिहासिक स्थल बनाने के लिए 25 सौ करोड़ रुपये की घोषणा की थी. उनमें राखीगढ़ी भी शामिल है. प्रदेश सरकार भी यहां 32 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक संग्रहालय बना रही है. इसमें रेस्ट हाउस, हॉस्टल और एक कैफे का निर्माण किया जा रहा है. पुनर्वास कार्यों के लिए 8 करोड़ से अधिक रुपये जारी किए जा चुके हैं. राखीगढ़ी को विश्व स्तरीय पुरातत्व और पर्यटन स्थल बनाने में केंद्र सरकार हर संभव कोशिश कर रही है.
राखीगढ़ी का इतिहास: राखीगढ़ी हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल में स्थित है. यहां राखी खास और राखी शाहपुर गांवों के अलावा आसपास के खेतों में पुरातात्विक साक्ष्य देखे जा सकते हैं. राखीगढ़ी में सात टीले (आरजीआर-1 से लेकर आरजीआर-7) हैं, जो हड़प्पा सभ्यता की सबसे बड़ी बस्ती थे. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इस गांव में पहली बार 1963 में खुदाई शुरू की थी. इसके बाद 1998-2001 के बीच डॉ. अमरेंद्र नाथ के नेतृत्व में एएसआई ने फिर खुदाई शुरू की. बाद में पुणे के डेक्कन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वसंत शिंदे के नेतृत्व में 2013 से 2016 और 2022 में राखीगढ़ी में उत्खनन कार्य हुआ है.
राखीगढ़ी में 1998 से लेकर अब तक 56 कंकाल मिले हैं, जिनका डीएनए परीक्षण चल रहा है. प्रो. शिंदे के अनुसार राखीगढ़ी में पाई गई सभ्यता करीब 5 हजार से 5 हजार 5 सौ ई.पू. की है, जबकि मोहनजोदड़ो में पाई गई सभ्यता का समय लगभग 4 हजार ई.पू. माना जाता है. मोहनजोदड़ो का क्षेत्र करीब 300 हेक्टेयर है, जबकि राखीगढ़ी 550 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैला है. अफगानिस्तान, बलूचिस्तान, गुजरात और राजस्थान से इसका व्यापारिक संबंध था. पत्थरों या धातुओं से जेवर बनाने के लिए भठ्ठियों का इस्तेमाल होता था. राखीगढ़ी सिन्धु घाटी सभ्यता (Rakhigarhi Indus Valley Civilization) का भारतीय क्षेत्रों में सबसे बड़ा ऐतिहासिक नगर है.