हिसार: कोरोना की दूसरी लहर के बीच हिसार में एक खच्चर में खतरनाक ग्लैंडर्स वायरस की पुष्टि हुई है. जानवर से इंसानों में फैलने वाले इस खतरनाक वायरस की पुष्टि के बाद पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा पीड़ित खच्चर को मारकर जमीन में गहरा गड्ढा खोदकर दफनाया जाएगा.
दरअसल पांच अप्रैल को लुवास में हिसार की एक घोड़ी, एक घोड़ी का बच्चा और बहादुरगढ़ से एक खच्चर इलाज के लिए लाए गए थे. ग्लैंडर्स के लक्षण दिखने के बाद मामले की जानकारी राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र को दी गई, जिनके वैज्ञानिकों ने तीनों पशुओं के सैंपल लिए थे.
![Glanders virus case hisar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hr-his-03-postive-horse-pic-7203367_09042021143604_0904f_1617959164_240.jpg)
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वीरवार को इनकी रिपोर्ट आई, जिसमें एक पशु का सैंपल ग्लैंडर्स पॉजिटिव पाया गया है. वहीं, घोड़ी और उसके बच्चे को स्ट्रेंगल नामक अन्य बीमारी है.
राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र हिसार के निदेशक डॉ. यशपाल सिंह ने बताया कि लुवास में घोड़ी और खच्चरों के तीन सैंपल लिए गए थे, जिनमें से एक सैंपल ग्लैंडर्स पॉजिटिव है. रिपोर्ट संबंधित संस्थान को भेज दी गई है.
गौरतलब है कि अब पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद ग्लैंडर्स पॉजिटिव खच्चर को पशुपालन विभाग द्वारा मारा जाएगा, ताकि ग्लैंडर्स को फैलने से रोका जा सके.
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