हिसार: हरियाणा में इस बार शुरुआत में जहां मानसून मेहरबान रहा वहीं बाद में बारिश थम सी गई. जुलाई के महीने में बारिश के आंकड़े की बात करें तो हरियाणा में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई. वहीं जैसे-जैसे अगस्त महीना आया बारिश का दौर कम हो गया. इसीलिए अगस्त में सामान्य से बेहद कम बारिश (Below normal rain in Haryana) दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार अगस्त में सामान्य बारिश का आंकड़ा 147.7 एमएम है, लेकिन इस माह सिर्फ 70.2 एमएम बारिश दर्ज की गई. प्रदेश में अगस्त में 52 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
अब तक पूरे सीजन की बात करें तो 1 जून से 31 अगस्त तक 327 एमएम बारिश हुई जोकि सामान्य 370 एमएम से 12 प्रतिशत कम रही. मौसमी सिस्टम की वजह से पिछले दिनों से बारिश में थोड़ी कमी आई है लेकिन अब फिर से बारिश के आसार बन रहे हैं. मौसमी प्रभाव के कारण हरियाणा के ज्यादातर जिलों में 10 सितंबर से बारिश फिर से शुरू होने की संभावना है. हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार (Haryana Agricultural University) के मौसम वैज्ञानिक डॉ एम एल खीचड़ के अनुसार मानसून टर्फ की अक्षय रेखा अब भी सामान्य स्तिथि से उत्तर पश्चिमी छोर की ओर है, जिस वजह से हरियाणा में बारिश में 9 सितम्बर तक कमी बने रहने की संभावना है.
कृषि वैज्ञानिक एमएल खीचड़ का कहना है कि राज्य में मौसम 9 सितम्बर के बाद मौसम बदलने की संभावना है. 9 सितंबर तक बंगाल की तरफ से नमी वाली हवाओं व तापमान में बढ़ोतरी के प्रभाव से कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी होने के आसार बन रहे हैं. परंतु 10 सितम्बर से मानसूनी हवाएं एक बार फिर से एक्टिव होने की संभावना है. इसी कारण 10 सितम्बर देर रात्रि से राज्य में बारिश का दौर शुरू होगा.
30 जून को हरियाणा में मानसून की हवाओं ने प्रवेश किया था. जिसके बाद लगातार पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात हुई थी. हालांकि प्रदेश के कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई लेकिन कई जिले ऐसे भी हैं जहां सामान्य से 50 तक ज्यादा बारिश हुई थी. पिछले अगस्त महीने से बारिश बहुत कम हो रही है. किसी किसी जिले में थोड़ी बहुत बारिश देखने को मिली है. मौसम विभाग के मुताबिक अब आने वाले समय में प्रदेश में बारिश होने की संभावना है, जिससे किसानों को राहत मिलेगी.