गुरुग्राम: हरियाणा विधानसभा चुनाव सिर पर हैं लेकिन कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला थम ही नहीं रहा है. अब गुरुग्राम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता यशपाल बत्रा ने कांग्रेस पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया है. वो कांग्रेस से पिछले 14 सालों से जुड़े थे.
यशपाल बत्रा ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है. बत्रा ने कहा कि उन्होंने शहर हित, प्रदेश हित और देश हित में कांग्रेस छोड़ दी है. उन्होंने कहा वो अगले 24 घंटों में बता देंगे कि उनका अगला राजनीतिक कदम क्या होगा. यशपाल बत्रा ने कहा कि वो धारा 370, समेत कई मुद्दों पर कांग्रेस की नीति से खफा थे.
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अशोक तंवर गुट के नेता थे यशपाल बत्रा
आपको बता दें कि हाल ही में प्रदेश कांग्रेस में एक बड़ा बदलाव हुआ है और यशपाल बत्रा अशोक तंवर गुट के माने जाते थे. इतना ही नहीं यशपाल बत्रा कांग्रेस पार्टी से गुरुग्राम विधानसभा से चुनाव भी लड़ना चाहते थे, लेकिन माना जा रहा है कि जिस तरह से संगठन में बदलाव हुआ है. उससे बत्रा काफी आहत थे और अब पार्टी को अलविदा कह दिया. हालांकि अभी ये साफ नहीं किया कि वे किस पार्टी में शामिल होगें, लेकिन माना जा रहा है कि वे जल्द ही बीजेपी का दामन थामेंगे.
यशपाल बत्रा पंजाबी समुदाय से आते हैं
यशपाल बत्रा पंजाबी समुदाय से आते हैं और गुरुग्राम में पंजाबी बिरादरी का वोट बैंक काफी हद तक अच्छा है. आपको बता दें कि गुरुग्राम विधानसभा से चार बार पंजाबी समुदाय के धर्मबीर गाबा कांग्रेस पार्टी से मंत्री और विधायक रह चुके हैं. ऐसे में यशपाल बत्रा भी पंजाबी समुदाय की नुमाइंदगी करना चाहते हैं. ऐसे में यशपाल बत्रा के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है.