चंडीगढ़ः 2014 में देश जीतने के बाद बीजेपी ने हरियाणा में भी इतिहास रचा था. 10 साल से हरियाणा की सत्ता पर आसीन कांग्रेस को प्रदेश की जनता ने पूरी तरह से नकार दिया था. लेकिन इसका कारण क्या था. क्या जनता ने मोदी लहर को सलाम करते हुए हुड्डा एंड पार्टी को सत्ता से बाहर किया था या वजह कोई और थी.
2014 में इसलिए हार गई थी कांग्रेस
हरियाणा में कांग्रेस की हार के कई कारण थे. उनमें से सत्ता विरोधी लहर भी एक कारण था. प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर कैसी थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिन 10 सीटों पर सबसे ज्यादा मतदान हुआ था. उनमें से एक भी सीट कांग्रेस नहीं जीत पाई थी. सबसे ज्यादा मतदान वाली 10 सीटों में से 5 इनेलो ने जीती थीं और 5 बीजेपी ने.
2014 में सबसे ज्यादा मतदान वाली 10 सीटें और उनके नतीजे
- 1. ऐलनाबाद में सबसे ज्यादा 89.30% मतदान, इनेलो जीती
- 2. रानिया में 88.16% वोटिंग हुई और ये सीट भी इनेलो ने जीती
- 3. डबवाली में 86.25% मतदान हुआ, यहां इनेलो ने जीत दर्ज की
- 4. टोहाना में 85.22% वोटिंग हुई और ये सीट बीजेपी ने जीती
- 5. उचाना में 85.12% मतदान हुआ और ये सीट बीजेपी ने जीती
- 6. जगाधरी में 84.75% मतदान हुआ और बीजेपी ने ये सीट जीती
- 7. सढौरा में 84.28% वोटिंग हुई और यहां बीजेपी ने जीत दर्ज की
- 8. फतेहाबाद में 83.95% मतदान हुआ और यहां से इनेलो जीती
- 9. कलांवली में 83.76% वोटिंग हुई, यहां इनेलो-अकाली गठबंधन जीता
- 10. नारनौंद में 83.18% वोटिंग हुई और यहां बीजेपी ने जीत दर्ज की
कांग्रेस से क्यों नाराज थी जनता ?
कांग्रेस 10 साल से सत्ता में थी और केंद्र में भी वो 10 साल से सत्तासीन थी. 2012 के बाद कांग्रेस पर एक के बाद एक घोटालों के आरोप लगने लगे. अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ा आंदोलन किया. 10 साल से कांग्रेस की सत्ता देख रही जनता को भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस जिम्मेदार लगी. इसके अलावा केंद्र में सत्ता बदलने के बाद हवा और भी ज्यादा बदल चुकी थी. तो हरियाणा की जनता ने कांग्रेस को हराने के लिए मतदान किया.
हरियाणा ने बीजेपी को ही क्यों चुना ?
कांग्रेस 10 साल से सत्ता भोग रही थी और जनता उससे नाराज थी. अब हरियाणा की जनता बदलाव चाहती थी. उसके पास विकल्प के तौर पर इनेलो और बीजेपी थे. लेकिन कांग्रेस से पहले जनता ने इनेलो का राज देखा था. और बीजेपी कभी अकेले सत्ता में नहीं रही थी इसलिए जनता ने बीजेपी को आजमाने की सोचा और बीजेपी को पूर्ण बहुमत दे दिया.