गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में एक बार फिर जलभराव की समस्या (water logging problem in gurugram) उत्पन्न हो गई है. गुरुग्राम के अलग-अलग इलाकों में बारिश के बाद इतनी बुरी तरह जलभराव (water logging in gurugram) हो गया है कि ट्रैफिक पूरी तरह ठप्प हो गया. जिला प्रशासन और नगर निगम के दावे एक बार फिर पानी में बह गये. गुरुवार की सबह से ही गुरुग्राम में बारिश हो रही है.
बारिश होने से शहर की सभी प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया. सेक्टर 31, 40, इफको चौक, राजीव चौक, गोल्फ कोर्स रोड, सेक्टर 51, बसई जैसे कई इलाकों में जलभराव हो गया है. गुरुग्राम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 23 सितंबर को भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर जिले के सभी कॉर्पोरेट और निजी संस्थानों को निर्देश दिया गया है कि कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहें ताकि ट्रैफिक जाम से बचा जा सके और मरम्मत कार्य किया जा सके.
हरियाणा के कई जिलों में भारी बारिश हुई है. 23 सितंबर को भी प्रदेश में बारिश की चेतावनी जारी की गई है. गुरुग्राम में हालत हर साल ही तरह जस के तस बने हुए है. इन इलाकों में ना ही पानी निकालने के लिए कोई निगम का अधिकारी या कर्मचारी मौजूद है और ना ही कोई पंप लगाए गए हैं. नगर निगम दावे जरूर करता है पर वो दावे हर बारिश में फेल हो जाते हैं.
हरियाणा के अन्य जिलों में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है. बात करें फरीदाबाद की तो यहां पर भी जलभराव से सड़कें तालाब बन गई है. जगह-जगह जलभराव होने से सड़कें डूब गई. पूरा शहर जलमग्न हो गया. नाले का पानी भी ओवरफ्लो होने लगा. जगह-जगह जलभराव (Waterlogging in Faridabad) बना हुआ है. लाखों रुपए नालियों की सफाई में खर्च किया गया लेकिन बारिश ने उन करोड़ों रुपए में पानी फेर दिया है. साथ ही बारिश ने फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने के दावों की पोल खोल दी है. सबसे अधिक बुरा हाल एनआईटी और बड़खल इलाके का है. एनएचपीसी अंडरपास का हाल भी बेहाल है, जहां लोगों को भारी परेशानी हो रही है. सड़क से निकलना भी मुश्किल हो गया है.
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