गुरुग्राम: लॉक डाउन बढ़ने के बाद घर जाने के लिए लोग नए-नए तरीके निकाल रहे हैं. गुरुवार देर शाम को गुरुग्राम पुलिस ने नाकाबंदी कर फर्जी मरीज बना कर 2 एंबुलेंस में बिहार ले जा रहे 16 लोगों को पकड़ा है. आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए अस्पताल के फर्जी लैटर भी दिखाए.
गुरुग्राम पुलिस की पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि यह लोग सवारियों को बिहार ले जा रहे हैं और सभी से इन्होंने 7000 रुपये प्रति सवारी भी लिए है. जिस पर गुरुग्राम पुलिस ने सभी 16 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल लॉक डाउन के बढ़ने के बाद पुलिस ने नाकों पर निगरानी बढ़ा दी है. कल देर शाम जब वाटिका चौक पर गुरुग्राम पुलिस ने नाका लगा रखा था. तभी यूपी नंबर की दो एंबुलेंस आई जिसमें मरीजों के अलावा काफी संख्या में लोग बैठे हुए थे.
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वहीं मरीजों को ड्रिप भी लगा रखी थी. जब पुलिस को शक हुआ तो दोनों एंबुलेंस को रुकवाया और चालकों से पूछताछ की. तब उन्होंने बताया कि गुरुग्राम स्थित वैदिक अस्पताल से ये 2 मरीजों को लेकर बिहार जा रहे हैं और मरीजों के साथ उनके परिजन हैं.
वहीं चालक व मरीजों के साथियों ने पुलिस को वैदिक हस्पताल बिहार स्थित हजसन अस्पताल के लेटर हेड भी दिखाए. जब पुलिसकर्मियों को उन पर शक हुआ तो उन्होंने लेटर हेड में दिए गए नंबरों पर फोन किया जो फर्जी पाए गए. जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने सख्ती से चालकों से पूछताछ की तो उसने बताया कि लेटर फर्जी है जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया.
पुलिस पूछताछ में पता चला कि यह फर्जी लेटर के आधार पर खांडसा गांव की अंजना कॉलोनी से सभी को प्रति सवारी ₹ 7000 के हिसाब से छोड़ने बिहार जा रहे थे. जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर मामले की तफ्तीश तेज कर दी.
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