गुरुग्राम: कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण देश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. हर दिन कोरोना के मामलों की संख्या जहां बढ़ रही है तो वहीं सक्रिय मरीजों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. जिसके चलते हरियाणा सरकार ने कई पाबंदियांं लगाई हैं, तो वहीं दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा दिया है.
दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद अब प्रवासी मजदूरों में एक डर का माहौल बन बन गया है कि कहीं हरियाणा सरकार भी राज्य में लॉकडाउन लगाने की घोषणा ना कर दें. इसी डर के चलते वह अब शहर छोड़ कर अपने गृह राज्य जा रहे हैं.
इनमें से ज्यादातर यूपी के सुदूर इलाकों या बिहार के प्रवासी नागरिक या मजदूर हैं, और सभी के मन में एक ही डर या एक ही भ्रांति है कि नाइट कर्फ्यू के बाद कहीं फिर से लॉकडाउन ना लग जाये.
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हालांकि हरियाणा सरकार लगातार कह रही है कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा, लेकिन जिस तरह से पड़ोसी राज्य दिल्ली में लॉकडाउन के आदेश जारी हुए उसके बाद गुरुग्राम में लोग भारी संख्या में पलायन करने लगे हैं.
लोगों का कहना है कि उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है. सरकार किसी भी वक्त लॉकडाउन की घोषणा कर सकती है. ऐसे में एहतियात के तौर पर वो अभी से ही अपने गृह राज्य जा रहे हैं.
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गुरुग्राम एक औद्योगिक नगरी है जहां यूपी, बिहार, बंगाल, उत्तराखंड जैसे राज्यों से लोग नौकरी करने आते हैं. ऐसे में अगर प्रवासियों का पलायन नहीं रुका तो आने वाले कुछ दिनों में गुरुग्राम की औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों की कमी हो सकती है. जिससे ना ही उन्हें नुकसान होगा बल्कि प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था पर भी संकट आ सकता है.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली में आगामी 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है. ये सोमवार रात (आज) 10 बजे से लागू होगा और अगले एक सप्ताह तक चलेगा.
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